हरियाणा सरकार सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए कम लागत में बेहतर शिक्षा मुहैया करवाना और सभी शिक्षण संस्थाओं में अच्छी गुणवत्ता का इन्फ्रास्ट्रक्चर स्थापित करना चाहती है।इसी दिशा में सरकार अब सरकारी स्कूलों में गांव और वहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों की तरफ ज्यादा ध्यान दे रही है. शहर के अलावा गांव में रहने वाले विद्यार्थियों को भी किसी प्रकार की दिक्कत ना हो इस और मुख्यमंत्री खट्टर का ध्यान है. बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिक्षा विभाग के बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे जिसमें उन्होंने गांवों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की सुविधा के लिए अहम फैसला लिया.
उन्होंने यह कहा कि जिन गांवों के स्कूल ज्यादा दूरी पर है वहां विद्यार्थियों के लिए सरकारी स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध कराई जानी चाहिए. आमतौर पर गांव में बच्चों को ट्रांसपोर्ट की सुविधा ना मिलने के कारण उन्हें लंबी दूरी तय करनी पड़ती है जिससे ना ही सिर्फ उनको शारीरिक रूप से परेशानी होती है बल्कि उनके समय का भी नुकसान होता है. हालांकि हरियाणा सरकार इससे निपटने के लिए तैयारियां कर रही है जिससे विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्ति में आसानी हो.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन स्कूलों में छात्रों की संख्या ज्यादा है उन स्कूलों में बड़े वाहनों की व्यवस्था की जानी चाहिए तथा जहां बच्चों की संख्या कम है वह छोटी गाड़ियों की व्यवस्था कराई जानी चाहिए. इसके लिए स्कूल ट्रांसपोर्ट विंग की भी स्थापना किए जाने का प्रस्ताव रखा तथा शिक्षकों को ट्रांसपोर्ट का नोडल ऑफिसर बनाने की भी बात कही. मुख्यमंत्री खट्टर का यह कदम गांव के विद्यार्थियों के लिए बहुत मददगार साबित होगा. इससे उनकी परेशानी कम होगी तथा उनका समय भी बचेगा.जिससे उनकी शिक्षा और भी बेहतर हो पायेगी.