रेवाड़ी में एक रोड़वेज बस ने दुल्हेंडी के दिन घूब आतंक मचाया. इस घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. जिसमें देखा जा सकता है कि चालक रोडवेज बस पर काबू नहीं कर पा रहा है बावजूद इसके बस को सड़क को दौड़ाया जा रहा है. ये तो केवल एक जगह की तस्वीर है. इसके आलावा भी इसी रोड बस ने गढ़ी बोलनी रोड स्थित बिजली के दो पोल तोड़ दिए और तीसरें पोल को टक्कर मारकर बस रुक गई. यहाँ गनीमत ये रही कि दुल्हेंडी के दिन सड़क खाली थी. जो लोग सड़क पर थे उन्होंने खुद को बचाकर अपनी जान बचा ली. और सबसे बड़ी बात ये कि बस बिजली के पोल में टक्कर मारकर रुक गई, वरना पता नहीं कितनी तबाही ये रोडवेज बस मचा देती.
इस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमने जानकारी जुटाई तो सामने आया कि बस किलोमीटर स्कीम के तहत रेवाड़ी को मिली बसों में से एक है. दुल्हेंडी के दिन बस स्टैंड के अंदर बसों की सफाई की जा रही थी. जहाँ नशे में धुत एक सफाईकर्मी बस को दुल्हेंडी के दोपहर करीबन ढाई बजे बस को स्टार्ट करके बस स्टैंड से चल दिया. बस स्टैंड से करीबन 200 मीटर दुरी पर आंबेडकर चौक पर नशे में धुत सफाईकर्मी रोडवेज को गढ़ी बोलनी रोड साइड मोड़ने लगा, लेकिन बस उसके संतुलन से बाहर थी. जहाँ सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि कैसे एक सफाई कर्मचारी की लापरवाही और रोडवेज की लापरवाही के कारण लोगों की जान पर बन आई.
दो सीसीटीवी फुटेज में एक फुटेज आंबेडकर चौक का है जहाँ देखा जा सकता है कि बस सफाईकर्मी के काबू से बाहर है और दूसरी तस्वीर वहीँ सड़क किनारे खड़े दो युवकों की है. जिसमें देख जा सकता है कि बेकाबू बस किस कदर सीधे होने टक्कर मारने वाली ही होती है कि वो अपने आप को बचा लेते है. ये रोड़ बस यहीं नहीं रुकी बल्कि करीबन एक किलोमीटर तक और बस को सड़क पर दौड़ाया गया. फिर बिजली के पोल को तोड़ते हुए बस रुक गई.
ऐसे में सवाल ये कि आखिर कैसे एक सफाईकर्मी रोडवेज की बस को स्टार्ट करके चल दिया. बस का चालक कौन था और उसने सफाईकर्मी को चाबी क्यों दी और अगर चाबी बिना बताये ले भी ली तो बिना अनुमति के ये बस बस स्टैंड से कैसे बाहर निकली ये भी बड़ा सवाल है.