पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार के मार्गदर्शन में खोल थाना क्षेत्र के एक गांव से नाबालिग के लापता होने के मामले की गुत्थी सुलझाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पिता-पुत्र शामिल है। पुलिस ने लापता नाबालिग को भी बरामद कर लिया है। पुलिस लंबे समय से नाबालिग की तलाश कर रही थी। इस मामले में पुलिस एक आरोपी को पहले भी गिरफ़्तार कर चुकी है।
खोल थाना क्षेत्र के एक गांव से 10 अक्टूबर को नाबालिग लापता हो गई थी। परिजनों ने 11 अक्टूबर को पुलिस को शिकायत देकर उनके यहां जेसीबी चालक राहुल पर अपहरण करने का आरोप लगाया था। नाबालिग के लापता होने के बाद परिजनों को पता चला था कि युवक नाम बदलकर उनके यहां रह रहा था तथा दूसरे सम्प्रदाय का है। परिजनों ने युवक पर लव जिहाद का भी आरोप लगाया था। दोनों की तलाश के लिए गठित की गई विशेष जांच टीम व अपराध अनुसंधान शाखा रेवाड़ी टीम ने आरोपी को गुजरात के सूरत शहर से पकड़ लिया था। आरोपी से पूछताछ के बाद सामने आया था कि आरोपी का सही नाम मोहम्मद रिजवान है। आरोपी फिरोजपुर झिरका के गांव पपडवास का रहने वाला था। रिजवान से रिमांड के दौरान पूछताछ के बाद भी नाबालिग का सुराग नहीं लग पाया था।
नानी के पास फोन किया तो पहुंची पुलिस:
नाबालिग ने बुधवार अपनी नानी के पास फोन कर बात की थी। पुलिस ने फोन की लोकेशन के अनुसार दबिश देकर नाबालिग को बावल के गांव प्राणपुरा-पावटी के निकट स्थित खेतों से बरामद कर लिया। पुलिस ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म व अपहरण के आरोप में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ निवासी एक युवक व उसके पिता को भी गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में पता लगा कि 10 अक्टूबर 2020 को नाबालिग को उसके परिवार के लोगों ने किसी बात को लेकर उसकी पिटाई कर दी थी। पिटाई करने से नाबालिग किसी को कुछ भी बताए बिना घर से चली गई थी और बास दूदा में ही रह कर खेतों सब्जी उगाने का काम करने वाले अलीगढ़ निवासी परिवार के पास चली गई थी। युवक के माता-पिता ने तीन दिन तक नाबालिग को वहीं छिपा कर रखा था। नाबालिग ने अलीगढ़ निवासी युवक के मोबाइल से रिजवान को फोन भी किया था, जिसके बाद पुलिस जांच के लिए मौके पर भी पहुंची थी, लेकिन युवक व उसके परिवार ने बताया था कि नाबालिग उनके पास आई थी और फोन करने के बाद हाईवे की तरफ चली गई थी। परिवार के लोगों ने पुलिस को गुमराह करते हुए बताया था कि नाबालिग किसी वाहन में बैठ कर गई है।
कुछ समय बाद नाबालिग को युवक के साथ उत्तर प्रदेश के खुर्जा में भेज दिया था। युवक व नाबालिग के जाने के बाद उसके माता-पिता भी बास दूदा गांव छोड़ कर चले गए थे। उसके बाद से सभी कभी महम तो कभी खुर्जा में जगह बदल-बदल कर खेतों में ही रह रहे थे। बुधवार को नाबालिग ने युवक के मोबाइल से अपनी नानी के पास फोन किया था। नाबालिग की कॉल आने की जानकारी आने के बाद पुलिस की टीम ने गांव प्राणपुरा-पावटी स्थित खेतों से उसे बरामद कर लिया और आरोपी युवक व उसके पिता को गिरफ़्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश करके आरोपी युवक का दो दिन का रिमांड लिया है तथा उसके पिता को न्यायोक हिरासत में भेजा गया। पुलिस ने नाबालिग के बयान दर्ज कराने के बाद वन स्टाप सेंटर में भेज दिया है।