प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के प्रावधानों के बारे में किसानों को जागरूक करने और फसल बीमा पॉलिसियों की डिलीवरी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 26 फरवरी को ‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ’ शुरू की जाएगी। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस योजना का शुभांरभ करेगें। इसके साथ ही जिला व ग्राम स्तर पर भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित करके किसानों को पॉलिसी के दस्तावेज वितरित किए जाएंगे।
उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के संबंध में किसानों की अक्सर यह शिकायत रहती है कि उन्हें इस योजनाओं के प्रावधानों के बारे में सही समझ नहीं है। ऐसे में उनको कई बार मुआवजा लेने में परेशानी होती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत ग्राम स्तर तक इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया गया है। इन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यही है कि किसान पॉलिसी के दस्तावेज प्राप्त करने के साथ-साथ उस योजना की बारीकी को अच्छी तरह से समझें।
उन्होंने बताया कि कभी भी प्राकृतिक आपदा के बाद फसल का नुकसान होने पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत उसके नुकसान की भरपाई की जाती है। इसके लिए किसान को मामूली प्रीमियम देना होता है। इन कार्यक्रमों के तहत किसानों को उनकी फसल बीमा पॉलिसी उनके घर द्वार पर ही दी जाएगी। इसके साथ बीमा मुआवजा का दावा करने के लिए एक-एक स्टेप की जानकारी दी जाएगी ताकि उन्हें भविष्य में मुआवजा प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो।
डीसी ने बताया कि इस अभियान की परिकल्पना केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में की गई है। जिला स्तर से लेकर ग्राम स्तर तक होने वाले इन कार्यक्रमों की पूरी व्यवस्था संबंधित बीमा कंपनियों की ओर से की जाएगी। इस कार्यक्रम के संबंध में संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं।