आजादी अमृत महोत्सव की श्रृंखला में अंतरराष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर सोमवार को जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन हुआ। हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण व जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष विमल कुमार के मार्गदर्शन में आयोजित संगोष्ठी में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं सीजेएम वर्षा जैन बतौर मुख्यातिथि रही जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता डीआईपीआरओ दिनेश कुमार ने की।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बनाए रखने व सम्मान करने की प्रतिबद्धता का दिन है आज : वर्षा
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव एवं सीजेएम वर्षा जैन ने पत्रकारों का स्वागत करते हुए कहा कि यह दिन विशेष प्रेस स्वतंत्रता के बुनियादी सिद्धांतों पर जश्र मनाने, दुनिया भर में प्रेस स्वतंत्रता की स्थिति का आंकलन करने का दिन है जिसे हम संगोष्ठी के रूप में मनाकर प्रेस की स्वतंत्रता को समर्पित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष 3 मई को अंतरराष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। वर्ष 1991 में यूनेस्को और संयुक्त राष्ट्र के जन सूचना विभाग द्वारा मिलकर इसे मनाने का निर्णय लिया था और संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भी 3 मई को अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस को पूरी दुनिया में गरिमामयी ढंग से मनाने की घोषणा की थी।
यूनेस्को महासम्मेलन के 26वें सत्र में 1993 में इससे संबंधित प्रस्ताव को स्वीकार किया गया था। इस दिन के मनाने का उद्देश्य प्रेस की स्वतंत्रता के विभिन्न प्रकार के उल्लघंनों की गंभीरता के बारे में जानकारी देना है। डालसा सचिव वर्षा जैन ने कहा कि इस दिन का उद्देश्य प्रेस यानी मीडिया की आजादी के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना है। साथ ही यह दिन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बनाए रखने और उसका सम्मान करने की प्रतिबद्धता की बात भी करता है।
पत्रकारिता का कर्तव्य अच्छे ढंग से निभाने के लिए प्रशासन का सलाम : दिनेश कुमार
डीआईपीआरओ दिनेश कुमार ने अंतरराष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में मीडिया जगत से जुड़े सभी पत्रकार एवं छायाकार बंधुगण का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उनकी सकारात्मक व निष्पक्ष कार्यशैली अनुरूप निभाए जा रहे दायित्व पर वे बधाई के पात्र हैं और पत्रकारिता का कर्तव्य अच्छे ढंग से निभाने के लिए जिला प्रशासन उनके योगदान को सलाम करता है।
उन्होंने कहा कि अपने अधिकारों व कर्तव्यों को सही ढंग से आंकलन करते हुए की जा रही पत्रकारिता निश्चित तौर पर समाज को नई दिशा देने में अहम है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता देश की उन्नति में सक्रिय सकारात्मक योगदान देती है। उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में विश्वसनीय पत्रकारिता बेहद जरूरी है, ऐसे में पत्रकार का कर्तव्य बनता है कि समाचारों का संप्रेषण करने से पूर्व तथ्यात्मकता पर विशेष ध्यान दें।
पत्रकारों ने रखी बेबाक राय :
आजादी अमृत महोत्सव के तहत आयोजित संगोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप नारायण ने अपने विचार रखते हुए कहा कि एक पत्रकार का जीवन संघर्षों से भरा हुआ है वह एक अंगारों से भरा हुआ जीवन व्यतीत करता है उसका कर्तव्य बनता है कि वह सच को सामने लाए और समाज में एक दर्पण का कार्य करें। उन्होंने कहा कि आज के युग में जब पत्रकारिता के मायने ही अलग हो गए हैं एक पत्रकार का कर्तव्य बनता है कि वह सच्चाई के साथ निडरता पूर्वक अपने कार्य को करें।
इसी प्रकार वरिष्ठ पत्रकार महेश वैद्य ने विचार रखते हुए कहा कि एक पत्रकार को अपनी सीमा का उल्लंघन कभी नहीं करना चाहिए और सहजता एवं निडरता के साथ अपने कार्य को पूर्ण करना चाहिए। वहीं वरिष्ठ पत्रकार अनिल वास्तव, हर्ष सैनी, पवन वर्मा व मनीष कुमार ने भी अंतरराष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस-2022 के थीम डिजीटल सीज के तहत पत्रकारिता विषय पर अपने विचार सांझे किए।