शेयर बाजार में निवेश के नाम पर हो रही धोखाधड़ी , पुलिस ने जारी की एडवायजरी
रेवाड़ी पुलिस ने शेयर बाजार के निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने वाले जालसाझो से सावधान रहने के लिए एडवायजरी जारी करते हुए बताया है कि डिजिटल निवेश समय के साथ- साथ बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा नागरिकों द्वारा शेयर बाजार में निवेश को बहुत अधिक बढ़ावा दिया जा रहा है। आमजन में शेयर निवेश के प्रति बढ़ रही लोकप्रियता के कारण जालसाझ अलग-अलग हथकंडे अपनाकर निवेशकों को धोखाधड़ी का शिकार बना रहे हैं।
कैसे बनाते हैं निवेशकों को अपना शिकार
साईबर जालसाझ सोशल मीडिया के जरिये पीड़ित निवेशकों को शेयर बाजार में निवेश पर अधिक लाभ देने का लालच देते हैं। ये जालसाझ कॉल, एसएमएस या किसी मेसेंजेर के जरिये निवेशकों से जुडकर उनको उनके निवेश पर अधिक रिटर्न देने का वादा करते हैं। ये जालसाझ पीड़ित निवेशकों से उनका डीमेट अकाउंट खोलने के लिए फॉर्म भरने व प्रोसेसिंग फीस जमा करवाने के लिए कहते हैं।
जब पीड़ित इन जालसाझों के खाते में निवेश का पैसा जमा करवाता है तो ये जालसाझ पीड़ित निवेशकों को नकली ग्राफ का उपयोग करके शेयरों की खरीद और स्वामित्व के प्रमाण के रूप में एक प्रमाण पत्र के साथ दैनिक आधार पर उनके द्वारा किये गए मुनाफे को दिखाते हैं। जब पीड़ित निवेशक अपनी निवेश की गई राशि वापिस देने का अनुरोध करता है तब ये जवाब नही देते। कुछ जालसाझ अपनी गलत पहचान बताकर, विशिंग, फिशिंग, स्मिशिंग या (एसएमएस फिशिंग) के जरिये इस प्रकार की धोखाखड़ी करते हैं।
कैसे बचे ऐसे जालसाझो से….
इस प्रकार के धोखेबाजो से बचने के लिए निवेशक SEBI द्वारा पंजिकृत निवेश सलाहकार से ही निवेश की सलाह ले। किसी अनजान व्यक्ति से किसी भी प्रकार की कॉल, एसएमएस या लिंक के जरिये वित्तीय लेनदेन से बचें। किसी भी शेयर बाजार से सम्बंधित धोखाधड़ी की रिपोर्ट डीमेट/डिपोजीट्री फ्रॉड श्रेणी के अंतर्गत SEBI के निवेश शिकायत सैल या www.cybercrime.gov.in पर करें।