कोरोना की तीसरी लहर के कारण कई राज्यों में स्कूल बंद है और कई राज्यों में केवल बड़ी कक्षा के विद्यार्थियों को स्कूलों में बुलाया जा रहा है. लेकिन अब केंद्र सरकार की तरफ से स्कूल खोलने को लेकर नए आदेश जारी किये है. जिसमें कहा गया है कि जिन जिलों में पॉजिटिव केस 5 प्रतिशत से कम है उन जिलों में राज्य अपने मुताबिक स्कूल खोल सकते है. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल schoolने कहा कि देश में महामारी की स्थिति में सुधार हुआ है और कोविड-19 के मामलों में लगातार गिरावट देखी जा रही है.
दिसंबर में संशोधित दिशा निर्देश जारी
उन्होंने कहा कि स्कूल पुनः खोलने की दिशा में सरकार का विश्वास और मजबूत हुआ है. शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि 11 राज्यों में स्कूल पूरी तरह खुले हैं जबकि 16 राज्यों में ज्यादातर उच्चतर कक्षाओं के लिए स्कूल पुनः खोले गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि टीकाकरण के ‘व्यापक’ अभियान के बाद मंत्रालय ने स्कूल पुनः खोलने के लिए दिसंबर में संशोधित दिशा निर्देश जारी किये थे. अधिकारियों ने कहा कि नौ राज्यों में स्कूल पूरी तरह बंद हैं और सभी राज्यों में कम से कम 95 प्रतिशत शिक्षक और गैर-शिक्षक कर्मचारियों ने टीका लगवाया है. उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में सौ प्रतिशत टीकाकरण पूरा कर लिया गया है.
शिक्षा मंत्रालय की संयुक्त सचिव स्वीटी चांगसन का बयान
शिक्षा मंत्रालय की संयुक्त सचिव स्वीटी चांगसन ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ”व्यापक टीकाकरण को ध्यान में रखते हुए, शिक्षा मंत्रालय ने पिछले साल दिसंबर में राज्यों को संशोधित दिशानिर्देश जारी किए थे और माता-पिता की सहमति मांगने का निर्णय राज्यों पर छोड़ दिया गया था.’ उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा, संशोधित दिशानिर्देशों में उन सभाओं और कार्यक्रमों के बारे में बात की गई थी जो पहले स्कूलों में प्रतिबंधित थे. नए परामर्श के अनुसार, स्कूल संबंधित राज्यों द्वारा जारी एसओपी के अनुसार और सभा आयोजित कर सकते हैं.’