उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने बाजरा खरीद को लेकर संबंधित अधिकारियों की बैठक ली और आवश्यक निर्देश देते हुए कहा कि अन्य प्रदेशों से किसी भी सूरत में अवैध बाजरा जिला की मंडियों में प्रवेश न करने दिया जाए और उस पर रोक लगाई जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार द्वारा इस बार किसानों को भावंतर भरपाई योजना के तहत बाजरे की फसल का लाभ दिया जाएगा लेकिन फिर भी मंडियों में खरीद प्रक्रिया के लिए व्यापक तैयारियां व इंतेजाम किए जाएं।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को किसानों की सुविधा के लिए रेवाड़ी व कोसली में दो-दो तथा बावल में एक सुविधा केन्द्र बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सुविधा केन्द्र के बाहर सुविधा केन्द्र का बैनर अवश्य लगाएं ताकि किसानों को सुविधा केन्द्र का आसानी से पता चल सके। उन्होंने कहा कि फसल मिस मैच से संबंधित शिकायत का निवारण शिकायत निवारण कमेटी द्वारा किया जाएगा यदि फिर भी किसी किसान को संतुष्टि नहीं होती है तो उसकी समस्या का समाधान जिला स्तरीय शिकायत निवारण कमेटी द्वारा किया जाएगा।
उन्होंने मंडियों के गेट पर किसानों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। उन्होंने उपमंडल कृषि अधिकारी को निर्देश दिए कि वे सुविधा केन्द्रों पर नियुक्त किए जाने वाले कर्मचारियों की सूची तैयार करके उन्हें 30 सितंबर को इस कार्य की ट्रेनिंग दिलवाएं। उन्होंने बताया कि किसानों के शेडयूल के अनुसार हैफेड द्वारा सोमवार, बुधवार व शुक्रवार तथा वेयर हाऊस द्वारा मंगलवार, वीरवार व शनिवार को फसल की खरीद जाएगी।
उन्होंने कहा कि मंडी में आने वाले किसानों की सुविधा का पूरा ध्यान रखें और उनके लिए पेयजल, शौचालय, लाईट, रात्रि ठहराव आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि मंड़ी में सीसीटीवी कैमरें तथा धर्मकांटा मंड़ी के नजदीक ही लगवाएं तथा धर्मकांटे की रसीद किसानों को मिलनी चाहिए। उन्होंने खरीद एजेंसियों को निर्देश दिए कि वे पर्याप्त मात्रा में बारदाना की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उपायुक्त ने पुलिस प्रशासन को निर्देश दिए कि खरीद प्रक्रिया के दौरान कानून व सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस कर्मियों की डयूटी लगाना सुनिश्चित करें ताकि कोई असुविधा न हो।