स्वच्छता सर्वेक्षण के आए परिणामों में रेवाडी की रैकिंग खाफी गिरी है जिसको लेकर पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा का रेवाड़ी में स्वच्छता अभियान भी हवा हवाई ही निकला। पिछले वर्ष 2020 में रेवाडी नगर परिषद का रैंक 151 था और इस वर्ष यह खिसकर 190 रैंक पर फिसल गया है। रेवाडी शहर में सफाई व कुडा उठान में लापरवाही की जा रही है और सॉलिड वेस्ट प्लांट व लीगेसी वेस्ट का काम भी अभी तक शुरू नही हुआ है। शहर में जगह-जगह कुडे के ढेर लगे हुए हैं। इन सभी खामियों को लेकर ही रेवाडी स्वच्छता अभियान में पिछडता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेता अपने चहेतों को टेंडर देते हैं इसी का परिणाम है कि रेवाडी में साफ सफाई की व्यवस्था चरमरा गई है। कप्तान अजय ने कहा कि उन्होंने पहले भी कहा है कि नगर परिषद भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। रेवाडी के बावल में बने कुडा निरस्तीकरण केंद्र का दौरा किया था और वहां के हालात बडे ही दयनीय हैं।
कैप्टेन अजय सिंह यादव ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण के परिणाम आने के बाद नगर परिषद की लापरवाही अब उजागर हो गई है। वो खुद और विधायक चिरंजीव राव लगातार शहर का दौरा करते रहते हैं जिसमें नगर परिषद की खामियां सामने आ रही हैं, लेकिन अधिकारी आंख मूंद कर बैठे हैं। वहीं भाजपा नेता तो बस एक दिन के लिए झाडू उठाकर फोटो खिचवां लेते हैं, उसके बाद कोई भी सफाई की सूध नही लेता है। यही हाल शहर के पार्कों का भी है। शहर के पार्को में कूडा पडा रहता है, जिसको लेकर स्थानीय निवासी शिकायत भी करते हैं बावजूद इसके हालात ज्यों के त्यों हैं।
कैप्टन अजय सिंह ने कहा कि चुनाव के समय में तो भाजपा नेता लंबे चौडे वायदे करते हैं कि रेवाडी को सिंगापुर बना देगें और चुनाव के बाद वायदे हवा हवाई हो जाते हैं। नगर परिषद के चेयरमैन के चुनाव में भी भाजपा नेताओं ने रेवाडी शहर को चार चांद लगाने की बात कही थी। लेकिन अब स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणाम आने के बाद भाजपा नेताओं और प्रशासन की पोल खुल गई है। यादव ने कहा कि इन परिणामों के आने के बाद प्रशासन को जागना चाहिए और रेवाडी शहर की सफाई व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए।