रेवाड़ी में जनता सिस्टम की खामी का खामियजा भुगतने को मजबूर है. रेवाड़ी शहर का डबल फाटक अंडरपास इसका बड़ा उदाहराण है. जहाँ दो दिन पहले हुई बारिश में तीन से चार फीट तक पानी भर गया. पानी भरने से लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. पीडब्ल्यूडी की तरफ से पानी निकालने को कोशिस की गई. फिर नगर परिषद ने पम्प सेट लगाकर पानी निकालने का काम शुरू किया गया. आज दोपहर तक पानी निकालने का काम जारी था लेकिन पूरी तरह से पानी को नहीं निकाला जा सका.
आपको बता दें कि कुछ समय पहले डबल फाटक अंडरपास का उद्घाटन केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने किया था. डबल फाटक अंडरपास पटरी पार रहने वाले लोगों की बड़ी जरूरत थी. अंडरपास का काम पूरा करने पर दावा किया गया था कि बारिश के पानी से निपटने की उचित इंतजाम किये गए है. लेकिन निर्माण के बाद हुई पहली बारिश ने ही दावों की पोल खोल कर रख दी है.
पानी भरने की ये रही वजह
सवाल ये कि जब दावा किया गया था की अंडरपास में पानी नहीं भरेगा तो फिर बीना मानसून में हुई बारिश से हालात इतने क्यों बिगड़े ? तो उसका जवाब है कि नगर परिषद के नाले सफाई ना होने के कारण ओवरफ्लो हो गए. अंडरपास पर जो टीन शैड लगाईं गई है. उसे अंडरपास के इंट्री प्वाइंट तक ठीक से नहीं लगाया है. अंडरपास में इंट्री से पहले एक ऊँचा ब्रेकर बनाया गया है ताकि बाहर का पानी अंडरपास में ना जाएँ. लेकिन उसके दोनों साइड से जगह को ठीक तरीके से कवर नहीं किया गया और अंडरपास में पानी भर गया. जो लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया.
हालांकि अब ब्रेकर के दोनों साइड से अंडरपास को कवर किया जा रहा है ताकि बाहर का पानी अंदर ना जाएँ, लेकिन बारिश हुई तो अधूरे टीन शैड से पानी अंदर जायेगा. यहाँ आपको ये भी बता दें कि अंडरपास से जो पानी निकाला जा रहा है. उसे पास में ही राव तुलाराम पार्क के अंदर खुले में छोड़ा जा रहा है. पार्क के अंदर पहले ही गंदगी का ढेर लगा हुआ है. ऊपर से अंडरपास के पानी को नाले में ना छोड़कर पार्क में छोड़ा जा रहा है. जल संरक्षण के लिए जो रिचार्च सिस्टम लगाये गए है वो भी ब्लॉक पड़े हुए है. जिससे आप समझ सकते है कि हालात क्या है और इन हालातों को जिम्मेवार कौन है.