डीसी यशेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार की ओर से हमें जो विजन दिया गया है हमें उसे अपना संकल्प बनाना है और जिला को नशा मुक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि सरकार देश को नशा मुक्त बनाने के लिए जीरो टॉलरेंस नीति पर कार्य कर रही है तथा सभी को सरकार की इस मुहिम में अपना सहयोग करना है। उन्होंने कहा कि सरकार का मानना है कि नशे की समस्या राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी एक बड़ी चुनौती है, जिसको सभी के समन्वय से ही निपटा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने मादक पदार्थों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई हुई है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिला में नशीले पदार्थों की आपूर्ति के रैकेट व नेटवर्क को पनपने नहीं देना है। डीसी ने कहा कि नशा व्यक्ति की सेहत के साथ-साथ समाज पर भी दुष्प्रभाव डालता है। उन्होंने कहा कि नशे को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से कार्यवाही की जाती है लेकिन इसके साथ-साथ नशे के कारोबार से जुड़े लोगों की जानकारी पुलिस को देना हम सभी का दायित्व बनता है ताकि युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाया जा सके।
उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए कि जिला में आमजन को नशे के प्रति जागरूक किया जाए तथा स्कूल, कालेज व अन्य शिक्षण संस्थानों में शिक्षा विभाग के माध्यम से विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाते हुए उन्हें नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि विद्यार्थियों की नशे पर आधारित नाटक प्रतियोगिताएं आयोजित करवाएं ताकि नाटक के माध्यम से आमजन व विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने के लिए सजग किया जा सके।
पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने आमजन से आह्वान किया कि वे नशा मुक्त रेवाड़ी बनाने में जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन का सहयोग करें तथा नशा करने वाले रैकेट व व्यक्तियों की सूचना टोल फ्री नंबर 9050891508 पर दें। उन्होंने कहा कि सूचना देने वाले नागरिक की पहचान गुप्त रखी जाएगी। उन्होंने आमजन विशेषकर युवाओं का आह्वान किया कि वे नशे की लत में अपना करियर खराब न करें और इससे दूर ही रहें।