प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) प्राकृतिक आपदाओं से फसल को सुरक्षा देने व किसानों को हुए नुकसान की भरपाई देने के लिए सरकार ने अनूठी योजना चलाई हुई है। पॉलिसी को बीमित किसानों के घर तक पहुंचाने के लिए हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राज्य में ‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ’ के तहत फसल बीमा पॉलिसी वितरण कार्यक्रम की आज लॉचिंग की है। वीसी में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा व महानिदेशक डॉ. हरदीप सिंह भी जुड़े।
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रावधानों बारे किसानों को जागरूक करने और फसल बीमा पॉलिसियों की डिलीवरी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मेरी पॉलिसी मेरे हाथ शुरू की गई है। इस पॉलिसी के लाभ यह है कि किसान को उसकी फसल के लिए काटा गया प्रीमियम और फसल बीमा की पूर्ण जानकारी मिल जाएगी, जिससे खराबा के समय दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। कृषि मंत्री ने इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताया और कहा कि बीमा कंपनियां बीमित किसानों को यह पॉलिसी वितरण करेगी। इस कार्यक्रम की परिकल्पना केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में की गई है।
जिला स्तर पर अतिरिक्त उपायुक्त जयदीप कुमार ने ‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ’ कार्यक्रम के तहत जिले के 16 किसानों को फसल बीमा पॉलिसी सौंपते हुए कहा कि किसानों को उनकी बीमे का पूरा विवरण इस पॉलिसी के माध्यम से पता रहेगा। उन्होंने कहा कि पॉलिसी में किसान द्वारा दिया गया प्रिमियम तथा सरकार द्वारा अदा की गई राशि का विवरण भी इस आईडी में दर्ज होगा। उन्होंने कहा कि जिले के 51 हजार 19 किसानों ने फसल बीमा योजना का लाभ लिया हुआ है। इन सभी किसानों को उनके घर पर यह पॉलिसी पहुंचाई जाएगी। किसान घर बैठे ही ऑनलाइन पूरा विवरण की जानकारी हासिल कर सकेगा।
एडीसी ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के संबंध में किसानों को योजनाओं के प्रावधानों के बारे में सही समझ नहीं होती थी। ऐसे में उनको कई बार मुआवजा लेने में परेशानी आती थी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत ग्राम स्तर तक इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि योजना का मुख्य उद्देश्य यही है कि किसान पॉलिसी के दस्तावेज प्राप्त करने के साथ-साथ इस योजना की बारीकी को अच्छी तरह से समझ सकेंगें। उन्होंने कहा कि इसके साथ बीमा मुआवजा का दावा करने के लिए एक-एक स्टेप की जानकारी मिल सकेगी ताकि किसानों को भविष्य में मुआवजा प्राप्त करने में