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रेवाड़ी शहर को पॉलिथिन मुक्त बनाने के लिए सभी का सहयोग जरूरी

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रेवाड़ी शहर को पॉलिथिन मुक्त बनाने के लिए सभी का सहयोग जरूरी

हरियाणा दिवस के अवसर पर रेवाड़ी शहर के विकास नगर की 17 वर्षीय नंदिनी ने रेवाड़ी शहर को पॉलिथिन मुक्त बनाने के लिए राव तुुलाराम स्टेडियम से पॉलिथिन हटाओ- जीवन बचाओ हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की। हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ बनवारी लाल उपायुक्त यशेन्द्र सिंह, एसडीएम रेवाड़ी रविन्द्र यादव, एसडीएम कोसली एवं डीडीपीओ कुशल कटारिया, सीटीएम संजीव कुमार सहित अन्य अधिकारियों व खिलाडिय़ों ने पॉलिथिन का उपयोग न करने के लिए हस्ताक्षर अभियान में हिस्सा लिया।
सहकारिता मंत्री डॉ बनवारी लाल ने हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत करने के बाद नंदिनी को बधाई देते हुए कहा कि यह एक सराहनीय कार्य है हमें इसमें बढ़चढ कर भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक से पर्यावरण दूषित होता है जिसका असर जन-जीवन पर पड़ता है तथा मनुष्य इससे होने वाली परेशानियों को कुछ समय तक दवाईयों के जरिए दूर कर लेते है। लेकिन आकाश में उडऩे व बेजुबान पशुओं को भी पॉलिथिन से नुकसान हो रहा है।
डॉ बनवारी लाल ने कहा कि पॉलिथीन का बढ़ता हुआ उपयोग न केवल वर्तमान के लिये बल्कि भविष्य के लिये भी खतरनाक है। पॉलिथीन पूरे देश की गम्भीर समस्या है। सुविधा के लिये बनाई गई पॉलिथीन आज सबसे बड़ी असुविधा का कारण बन गई है। प्राकृतिक तरीके से नष्ट न होने के कारण यह धरती की उर्वरक क्षमता को धीरे-धीरे समाप्त कर रही है। प्लास्टिक का प्रयोग हमारे जीवन में सर्वाधिक होने लगा है। इसका प्रयोग नुकसानदायक है यह जानते हुए भी हम धड़ल्ले से इनका इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक को जलाने से भी नुकसान होता है। इसका जहरीला धुआँ स्वास्थ्य के लिये खतरनाक है। पॉलिथीन मनुष्य एवं सभी जीव-जन्तुओं के लिये बहुत हानिकारक है। यदि हम इसका प्रयोग न करें तो हम अपने जीवन को सुखद व स्वस्थ बना सकते है।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि पर्यावरण एवं स्वास्थ्य दोनों के लिये 40 माइक्रॉन से कम पतली पॉलिथीन पर्यावरण की दृष्टि से बेहद नुकसानदायक होती है। लेकिन इन्हें एक बार उपयोग करने के बाद कूड़े में फेंक दिया जाता है, जबकि इससे अच्छे किस्म की खाद बनाई जा सकती है तथा अन्य काम भी किये जा सकते हैं। आज समाज के हर व्यक्ति को पॉलिथीन के उपयोग से बचकर जूट व कपड़े के थैलों का प्रयोग करना चाहिए तभी हम इस समस्या से छुटकारा पा सकते है।
उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने इस अवसर पर कहा कि नंदिनी द्वारा पहले भी कपड़े के थैले बाटने का कार्य किया है और प्लास्टिक की रोकथाम के लिए यह जरूरी है कि हम सब मिलकर इसका प्रयोग न करें। उन्होंने कहा कि पॉलिथीन और प्लास्टिक गाँव से लेकर शहर तक लोगों की सेहत बिगाड़ रहे हैं। इसके चलते नालियाँ और नाले जाम हो जाते हैं। प्लास्टिक के गिलासों में चाय या फिर गर्म दूध का सेवन करने से उसका केमिकल लोगों के पेट में चला जाता है। इससे डायरिया के साथ ही अन्य गम्भीर बीमारियाँ भी होती हैं। उन्होंने कहा कि पृथ्वी तल पर जमा पॉलिथीन जमीन का जल सोखने की क्षमता खत्म कर रही है वहीं इससे भूजल स्तर भी गिर रहा है। प्लास्टिक और पॉलिथीन का प्रयोग पर्यावरण और मानव की सेहत दोनों के लिये खतरनाक है।
यहां यह भी बतां दे कि नंदिनी के सामाजिक कार्य को देखते हुए डीसी यशेन्द्र सिंह नंदिनी के घर पर पहुंचकर उन्हें बधाई दे चुके है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने भी ट्विट कर कह चुके है कि छात्रा नंदिनी ने समाज को एक नई प्रेरणा दी है छात्रों द्वारा लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए 10 हजार कपड़े के थैले बनाकर रेवाड़ी जिले में वितरित करने का कार्य प्रशंसनीय व प्रेरणादायी है।