रेवाड़ी, 20 अगस्त। रेवाड़ी जिला में जिन गांवों में क्रॉप मेपिंग का कार्य शुरू नहीं किया गया है उन गांवों में 31 अगस्त तक हर हाल में मेपिंग का कार्य पूरा किया जाएगा। यह निर्देश कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने वीसी के माध्यम से अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए दिए।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि यह सरकार का एक अहम एवं महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने कहा कि इस कार्य को पूरा करने के लिए 25 अगस्त तक का समय निर्धारित किया गया था लेकिन कुछ जिलों की प्रति लक्ष्य के हिसाब से कम रही है वे जिले तेजी से इस कार्य को पूरा करें। उन्होंने कहा कि इस कार्य की अवधि अब बढ़ाकर 31 अगस्त तक कर दी गई है।
वीडियो कांफ्रेंस के उपरांत एसडीएम रविंद्र यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि क्रॉप मैपिंग सरकार का एक अहम एवं महत्वपूर्ण कार्य है। उन्होंने कहा कि इस कार्य को पूरा करने के लिए 25 अगस्त तक का समय निर्धारित किया गया था लेकिन इस कार्य की अवधि अब बढ़ाकर 31 अगस्त तक कर दी गई है।
वीडियो कांफ्रेंस के दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव नेकहा कि प्रदेशभर के 1400 गावों में क्रॉप मेपिंग का कार्य शुरू नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य के पांच जिलों में अभी तक केवल 20 प्रतिशत कार्य ही पूरा हुआ है, इस कार्य में तेजी लाते हुए इस कार्य को पूरा करें।
एसडीएम रविन्द्र यादव ने वीसी उपरांत क्रॉप मैपिंग की समीक्षा करते हुए बताया कि जिले के 412 गांवों में से 280 गांवों में मैपिंग का कार्य किया जा चुका है, जिसके लिए 200 टीमें लगी हुई हैं। उन्होंने बताया कि जिले का 2 लाख 83 हजार 23 एकड़ भूमि का मेपिंग कार्य किया जाना है, जिसमें से 81 हजार 635 एकड़ भूमि का मेपिंग कार्य पूरा हो चुका है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर सभी किसान 31 अगस्त तक अपना पंजीकरण अवश्य कराएं ताकि उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही अन्य योजनाओं का लाभ मिल सके।
एसडीएम ने कहा कि फसल विविधीकरण के तहत बाजरे, मेरा पानी मेरी विरासत, कृषि यंंत्रों पर दिए जाने वाले अनुदान बारेें भी किसानों को जानकारी उपलब्ध कराएं।
वीसी में डीआरओ राजेश ख्यालिया, एसडीओ कृषि दीपक यादव, तहसीलदार रेवाड़ी, बावल, कोसली सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।