रेवाड़ी, 19 अगस्त। उपायुक्त एवं जिला कार्यक्रम समन्वयक यशेन्द्र सिंह ने कहा है कि मनरेगा स्कीम के तहत जिला में 698 पशु शैड बनाने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से 449 पशु शैड मंजूर कर उन पर कार्य शुरू कर दिया है, जो आगामी तीन माह में पूरा कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक पशु शैड पर 56 हजार रूपए की राशि खर्च की जाएगी।
उपायुक्त ने कहा कि सरकार द्वारा गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले (बीपीएल) लोगों के लिए विभिन्न कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि मनरेगा स्कीम के तहत गरीब पशुपालकों के लिए मुफ्त में पशु-शैड बनाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा कृषि व्यवसाय के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में है, सरकार चाहती है कि कृषि जोत छोटी होने के कारण लोग पशुपालन का व्यवसाय भी कृषि के साथ-साथ करें, ताकि उनकी आमदनी बढ़ सके। इसी के मद्देनजर सरकार ने अनुसूचित जाति वर्ग, विधवा, महिला-प्रमुख घर, बीपीएल तथा छोटी जोत वाले किसानों को वरीयता के अनुसार उनके पशुओं के लिए मुफ्त पशु-शैड बनाने का निर्णय लिया है। ये सभी पशु-शैड मनरेगा स्कीम के तहत बनाए जा रहे है।
उन्होंने बताया कि आज भी कई ऐसे गरीब परिवार हैं जिनके पास पशुओं के लिए शैड नहीं हैं, जिसके कारण उनको काफी नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस योजना से जहां गरीबों के पशु सुरक्षित होंगे, वहीं जरूरतमंद लोगों को शैड बनाने में रोजगार भी मिलेगा।