कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल गौशालाओं में चारे की व्यवस्था को लेकर गंभीर हैं और इस बारे पूरी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़ तथा रेवाड़ी में गेहूं का उत्पादन कम हुआ है। इसी कारण चारे की कमी हो सकती है। ऐसे में अधिकारी स्वयं गौशालाओं में जाकर चारे की स्थिति का पता लगाएं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में एक दूसरे जिले में चारा ले जाने पर कोई पाबंदी नहीं है। इस बारे में जल्द ही सभी जिलों को निर्देश जारी किए जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि चारा दूसरे राज्यों में ले जाने पर पाबंदी रहेगी। उन्होंने कहा कि सभी गौशाला में जुलाई तक की चारे की व्यवस्था होनी जरूरी है। सभी उपायुक्त यह सुनिश्चित करें कि किसी भी गौशाला में चारे की कमी ना रहे।
गोचर भूमि पर उगाएं हरा चारा : कृषि मंत्री
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने निर्देश देते हुए कहा कि देहात में काफी गोचर भूमि है उस भूमि पर हरा चारा उगाने की व्यवस्था की जाए ताकि पशुओं के लिए हरे चारे की कोई कमी न रहे। उन्होंने समाज सेवी लोगों का आहवान किया कि वे अपनी इच्छानुसार गौशालाओं में पशुओं के लिए हरे चारे की कमी को पूरा करने के सहयोग करने के लिए आएं ताकि पशुओं के लिए पर्याप्त चारा उपलब्ध हो सके।
डीसी यशेंद्र सिंह ने वीसी के दौरान कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल को बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष गेहूं की पैदावार कम होने के कारण इस बार पशुओं के चारे की कमी बनी हुई। जिला प्रशासन द्वारा पशुओं के लिए चारे की कमी न हो इसके लिए जिला प्रशासन रेवाड़ी ने जिले में 7 नाके बनाए हुए हैं, जिनमें जयसिंहपुर खेड़ा बोर्डर, गढ़ी बोलनी, आकेड़ा, 75 फुटा रोड़, नंदरामपुर बास रोड, कुण्ड-माढ़ण रोड व कनुका बोर्डर पर लगाए गए हैं। इन नाकों पर डयूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए है जो 24 घण्टे डयूटी पर तैनात रहेगें।
डीसी ने बताया कि जिला रेवाड़ी में जो गौचरण भूमि है उस पर हरा चारा उगाने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में दो गौशालाओं में चारे की समस्या आ सकती है, जिसके लिए प्रशासन की ओर से व्यवस्था करा दी जाएगी।
तूड़ी व चारे को प्रदेश से बाहर बेचने वालों को नहीं जाएगा बख्शा : डीसी
डीसी ने कृषि मंत्री जेपी दलाल को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिए गए निर्देशों की रेवाड़ी जिला प्रशासन की ओर से पूर्ण रूप से पालना की जाएगी और तूड़ी व चारे को प्रदेश से बाहर अन्य राज्यों में बेचने वाले दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए जिले में नाके बनाए हुए हैं एवं धारा 144 भी लगाई हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश से बाहर तूड़ी व चारे का निर्यात करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि जिला उपायुक्त यह सुनिश्चित करें कि प्रदेश के बाहर अन्य राज्यों में तूड़ी व चारे का निर्यात न होने पाए।