हरियाणा की मेजबानी से खुश हुए विदेशी डेलीगेट्स, हरियाणा के नूंह जिले में G-20 देशों की बैठक हुई संपन्न
G-20 : हरियाणा के नूंह जिले मे जी-20 शिखर सम्मेलन की चौथी शेरपा बैठक कल शाम संपन्न हो गई। हरियाणा की मेजबानी से विदेशी डेलीगेट्स प्रफुल्लित नजर आए। विदेशी मेहमानों ने हरियाणा की विकास यात्रा और उपलब्धियों को देखा।

G-20 : हरियाणा के नूंह जिला में स्थित आईटीसी ग्रैंड भारत रिसोर्ट में चल रही जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 summit) की चौथी शेरपा बैठक बुधवार साँय संपन्न हो गई। चार दिन चली इस बैठक में दिल्ली में राष्ट्राध्यक्षों के होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन का मसौदा फाइनल किया गया है। नूँह जिले में अरावली की तलहटी की हरी भरी वादियों के बीच हरियाणा की मेजबानी से विदेशी डेलीगेट्स प्रफुल्लित नजर आए। सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा तैयार लघु डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से विदेशी मेहमानों ने हरियाणा की विकास यात्रा और उपलब्धियों को देखा।
भारत के जी-20 (G-20) शेरपा अमिताभ कांत के नेतृत्व में तीन दिनों तक लगातार 12 सत्रों में विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। इस शेरपा बैठक में सभी ने दुनिया के हितों के लिए निष्पक्ष होकर प्रतिनिधित्व करने के संकल्प को भी दोहराया। भारत के नेतृत्व में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 summit) के जरिए विश्व में पर्यटन, विविध सांस्कृतिक समझ और परंपराओं को जी-20 सीमाओं से आगे ले जाने की वकालत की गई । इसमें संघीय, सामाजिक, कूटनीतिक, वैश्विक तथा आर्थिक मामलों जैसे प्राथमिकता वाले मुद्दों को सामने रखकर ‘वसुधैव कुटुंबकम’ एक पृथ्वी, एक परिवार तथा एक भविष्य की संकल्पना को मूर्त रूप देने का कार्य किया गया है।
इस बैठक में औपचारिक बैठकों के अलावा सभी देशों के शेरपाओं ने कूटनीतिक, आपसी सहयोग, समझ और विश्वास को बढ़ावा देने के साथ साथ व्यक्तिगत संबंधों को प्रगाढ़ किया। इस शेरपा बैठक में भाग लेने पहुँचे विदेशी डेलीगेट्स को हरियाणा की समृद्ध परंपरा व संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिला। चौथी शेरपा बैठक में हर रोज़ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से विदेशी डेलीगेट्स के समक्ष भारत की अनेकता में एकता की तस्वीर प्रस्तुत की गई । बैठक समाप्ति पर बुधवार साँय आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आखिरी दिन मेहमानों ने भारतीय शास्त्रीय संगीत वाद्ययंत्र ऑर्केस्ट्रा के माध्यम से संगीत की विविधता देखी ।
विदेशी मेहमानों को हरियाणा का खानपान भी खूब पसंद आया, जिसमें मिलेट्स यानी मोटे अनाज से बने व्यंजनों को प्रमुखता दी गई। सभी ने पूरा विश्व एक परिवार की भावना के साथ भारत के भिन्न भिन्न प्रदेशों के व्यंजनों का जायका लिया। इसके साथ-साथ उनकी रुची व खान-पान के अनुसार पकवान भी तैयार किए गए थे।