जांचकर्ता एएसआई फखरुद्दीन ने बताया कि दस जनवरी 2013 की रात को लूट गिरोह के धारूहेड़ा में होने की सूचना के बाद सीआईए धारूहेड़ा ने नाकाबंदी की थी। नाकाबंदी पर रोकने के दौरान बदमाशों ने बैरिकेड तोड़ दिए थे और पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए जानलेवा हमला किया था। इस हमले में पुलिस के जवान बाल-बाल बच गए थे।
धारूहेड़ा थाना में आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास व आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। इस वारदात में नूंह के गांव पचगांवा निवासी मोहम्मदीन उर्फ मुल्ला भी शामिल था और वारदात के बाद से फरार था।
अदालत ने आरोपी को 24 मार्च 2014 को उद्घोषित अपराधी करार दिया था। आरोपी मोहम्मदीन के खिलाफ 20 जनवरी 2020 को सदर थाना में गो-तस्करी का भी मामला दर्ज हुआ था। इसके अतिरिक्त आरोपी पर चोरी व लूट के कई मामले दर्ज हैं। शुक्रवार को सीआईए धारूहेड़ा ने आरोपी मोहम्मदीन उर्फ मुन्ना को आरोपी के गांव पचगांवा से गिरफ्तार कर लिया।