हम जानते हैं कि आज पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। इसी कारण से कुछ लोग साइकिल पर शिफ्ट हो चुके हैं। पेट्रोल डीजल एक बढ़ते दामों ने वाकई सभी परेशान कर दिया है। ऐसे में देश विदेश में ऐसी खोजे की जा रही है जिससे पानी से ही गाड़ियों को चलाया जा सके। पेट्रोल डीजल का विकल्प ढूँढने कोए लिए तरह तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन अब इसी कड़ी में भारत के एक शख्स ने ऐसी ही एक अनोखी गाड़ी का आविष्कार किया है जो पानी से चलती है। इतना ही नहीं जानकारी के मुताबिक इस शख्स ने भारत की पहली ड्राइवर लेस गाड़ी को भी बनाया है जो मोबाइल फोन से चलती है। शख्स का नाम मोहम्मद रईस मकरानी है। रईस के इस हुनर को देखकर आज हर कोई हैरान हो गया है। वहीं उनकी बनाई गाड़ी भी खूब सुर्खियां बटोर रही है। आइए जानते हैं खबर को विस्तार से।
सागर के रहने वाले हैं रईस
गाड़ी चलाने के लिए पेट्रोल, डीजल, सीएनजी और एलपीजी का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन पेट्रोल डीजल के दाम दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं। इससे आम लोगों की जेब पर भी भार पड़ रहा है। कई वैज्ञानिक भी अब इस समस्या से पार पाने के लिए पानी से चलने वाली गाड़ी पर शोध कर रहे हैं। लेकिन भारत के एक शख्स ने इस पर सफलता को हासिल कर लिया है। इस शख्स का नाम मोहम्मद रईस मकरानी है। रईस मध्यप्रदेश के सागर के रहने वाले हैं। रईस आज अपनी बनाई गाड़ी को लेकर खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। उन्होंने एक ऐसी गाड़ी का आविष्कार किया है जिसे चलाने के लिए पेट्रोल डीजल नहीं पानी की जरूरत होती है। वहीं इस गाड़ी को मोबाइल से भी चलाया जा सकता है। ये गाड़ी अब खूब सुर्खियां बटोर रही है। हर कोई रईस के इस हुनर और अनोखे आविष्कार को देखकर हैरान हो गया है। सोशल मीडिया पर भी रईस के इस हुनर की खूब चर्चा हो रही है।
सालों की मेहनत के बाद तैयार हुई ये गाड़ी
रईस पिछले 35 वर्षों से अपने गैराज में काम कर रहे हैं। उन्हें इस क्षेत्र की अच्छी ख़ासी जानकारी भी हैं। ऐसे में 2007 में रईस ने एक कदम आगे की सोचना शुरू किया और कुछ अनोखा आविष्कार करने के बारे में सोचा। रईस ने 2007 में अपने प्रयोग को करना शुरू किया था। वे पानी से चलने वाली गाड़ी का आविष्कार करने की योजना बना रहे थे। इसके लिए उन्होंने कई जानकारियों को जुटाया।
ऐसे में सबसे पहले रईस ने पानी और कैल्शियम कार्बाइड के मिश्रण से तैयार होने वाली असेसलिन गैस की क्षमता को पहचाना। इसके बाद वे अपने इस नए तरह के फ्यूल को बनाने में जुट गए। इसके बाद रईस ने फ्यूल कोए अनुसार ही इंजन तैयार करना शुरू किया। लेकिन ये काफी मुश्किल भरा काम था। इस नए तरह के फ्यूल से आसानी से इंजन चालू नहीं हो सकता था।
इसके बाद रईस ने गाड़ी में कई बदलावों को भी किया और करीब डेढ़ साल की मेहनत के बाद उन्होंने अपने नए तरह के फ्यूल से इंजन को स्टार्ट कर दिया। इसके लिए रईस ने डेढ़ साल तक दिन रात मेहनत भी की थी। बता दें कि असेसलिन गैस एक ज्वलंत गैस है ऐसे में उसको कंट्रोल कर गाड़ी के लिए फ्यूल बनाना वाकई काबिल ए तारीफ है।
मोबाइल से चलती है गाड़ी
जानकारी के मुताबिक गाड़ी में 760CC का इंजन लगाया गया है। वहीं ये गाड़ी अधिकतम 50-60 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकती है। रईस ने अपने मारुति 800 गाड़ी को ही इस अनोखी गाड़ी में बदला है। वहीं आम पेट्रोल वाली गाड़ी में 6 रूपये प्रति किमी के हिसाब से पेट्रोल होता है वहीं इस गाड़ी में ये खर्च आधा हो जाता है। जानकारी के अनुसार 25 किलो पानी और 4 किलो कैल्शियम कार्बाइड में इस गाड़ी को 60 किमी तक चलाया जा सकता है।
इस गाड़ी को बनाने में रईस को करीब 7 लाख रूपये का खर्च आया है। जब इस गाड़ी के बारे में लोगों को पता चला तो देश विदेश से उन्हें कई ऑफर भी आने लगे। ऐसे में उन्हें चीन घूमने का मौका भी मिला था। लेकिन रईस सिर्फ और सिर्फ भारत के लिए ही काम करना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने इन सभी ऑफर को ठुकरा दिया। वहीं इसके बाद रईस ने सोचा कि जब हम सभी काम मोबाइल से करते हैं तो क्यूं न गाड़ी को भी मोबाइल से चलने वाला बने जाए।
इसके लिए भी अब रईस ने काम करना शुरू कर दिया। आखिरकार उन्होंने इस काम को भी कर दिखाया और मोबाइल से चलने वाली गाड़ी को बना दिया। इस गाड़ी को चलाने के लिए किसी ड्राइवर की जरूरत नहीं इसे आसानी से मोबाइल से ही पूरी तरह से ऑपरेट किया जा सकता है। अब हर कोई रईस के हुनर को देखकर वाकई हैरान हैं।