कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों का आंदोलन लगातार जारी है. दिल्ली जयपुर हाइवे पर जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर भी हाइवे बंद करके किसान आन्दोलन कर रहे है. आज खेड़ा बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत पहुँचे …और एक बार फिर कहा कि अभी तीन गर्मी और सर्दी आएगी किसान तब तक यहीं बॉर्डर पर डटा रहेगा.
उन्होंने कहा कि सरकार शर्तो पर बात करने के लिए बोलती है लेकिन किसान तभी बात करेंगे जब कृषि कानून वापिस होंगे ..उन्होंने किसानों को मवाली बताने वाले बयान के जवाब में कहा कि भाजपा में लिखता कोई और है और बोलता कोई और है …जिस भाजपा नेत्री ने ये बयान दिया था वो गलती मान चुकी है .लेकिन वो ये बताएं कि उसने किसके लिखकर देने पर ये बयान दिया था .
आपको बता दें कि हरियाणा राजस्थान के बॉर्डर पर राजस्थान की सीमा में किसान संगठन आन्दोलन कर रहे है …जहाँ हाइवे पर टेंट –तम्बू तो लगे हुए है ..लेकिन उतनी बड़ी मात्रा में किसान नजर नहीं आ रहे है. किसानों की कम संख्या पर राकेश टिकैत ने कहा कि जबतक किसानों का झंडा है आंदोलन रहेगा, और सरकार ये कहें कि वो संख्या बल पर उनकी बात मान लेगी तो वो दस लाख ट्रेक्टर लेकर आ जायेंगे .
राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपा राजनीति कर रही है ..उनका राजनीति का काम है लेकिन किसान राष्ट्र को बचाने के लिए राष्ट्र निति कर रहे है . और शांति पूर्ण तरीके से बॉर्डर पर किसान डटा रहेगा और किसान संसद भी चालू रहेगी .