- दुर्घटना संभावित क्षेत्रों पर सुधार के लिए नहीं किया जा रहा है काम,
- डीसी ने सबंधित अधिकारीयों को सड़क कि मरम्मत और हादसे रोकने के उपायों पर काम करने के दिए निर्देश
रेवाड़ी जिले के विभिन्न हिस्सों में चिन्हित किये गए दुर्घटना संभावित क्षेत्रों पर सड़क हादसे रोकने के लिए उचित कदम नहीं उठाये जा रहे है , शासन प्रशासन की बैठकों में मंथन किया जाता है और उच्च अधिकारी सबंधित विभाग को दिशा निर्देश भी देते है , लेकिन धरातल पर उतना काम नजर नहीं आता है . दिल्ली -जयपुर हाइवे , रेवाड़ी -रोहतक हाइवे पर दर्जनभर ऐसे प्वाइंट्स है जहाँ पर सड़क हादसे होने का खतरा लगातार बना रहता है . रेवाड़ी शहर में भी कुछ इसी तरह के हालात है . जहाँ सबसे बड़ा दुर्घटना संभावित क्षेत्र राव अभय सिंह चौक है . इसके आलावा शहर के करीबन सभी चौक चौराहें तकनिकी रूप से गलत होने की वजह से भी सड़क हादसे होने की संभावना बनी रहती है .
डीसी यशेन्द्र सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि सडक़ दुर्घटना को रोकने के लिए संबंधित विभाग अपने-अपने क्षेत्र में सडक़ो की मरम्मत का कार्य करें। उन्होंने कहा कि सडक़ में गढï्ढा होने के कारण कई बार सडक़ दुर्घटना में लोगों की जान चली जाती है। जिस परिवार का सदस्य दुर्घटना का शिकार होता है उस परिवार पर क्या बीतती है इसका अंदाजा नहीं लगा सकते। डीसी यशेन्द्र सिंह आज सडक़ सुरक्षा समिति से जुड़े अधिकारियों की ऑनलाइन वेबीनार के माध्यम से समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सडक़ दुर्घटना को रोकने के लिए सडक़ो के गढढ़ों पर तुरंत पैच कार्य हो।
आरटीए सचिव गजेन्द्र ङ्क्षसह ने बताया कि साहबी नदी पर लाईट व पुल की रेलिंग की मरम्मत की जरूरत है, रात के समय यहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस पर प्रोजैक्ट डायरेक्टर नेशनल हाइवे ने कहा कि लाईट लगवा दी जाएगी और रेलिंग की रिपेयर भी करवा दी जाएगी। एसडीएम बावल संजीव कुमार ने कहा कि साबन कट व असाई इंडिया के पास जो गढ्ढïे है उनकी मरम्मत की जाएं। इस पर भी पीडी ने भरोसा दिलाया कि यह कार्य करवा दिया जाएगा। आरटीए सचिव गजेन्द्र कुमार ने बताया कि नेशनल हाइवे अथोरिटी ऑफ इंडिया द्वारा नेशनल हाईवे पर 12 प्वाईंटों पर कार्य होना है ताकि सडक दुर्घटनाओं को रोका जा सके। बैठक में बताया गया कि कुछ जगहो पर कैट आई और ब्लींकर का कार्य हुआ है लेकिन यह अभी अधूरा है, इसे पूरा किया जाएं।
यहां यह भी बतां दे कि पुलिस द्वारा मई माह में 253 चालान बिना हेलमेट, 5 पिलन राईडर बिना हेलमेट, 112 चालान बिना सीट बेल्ट, 157 चालान गलत पार्किंग, 156 चालान गलत साईड ड्राइविंग व 746 चालान अन्य कारणों से किए गए। सडक़ दुर्घटना में वर्ष 2019 में 371 लोग घायल हुए, 212 की मृत्यु हुई, वर्ष 2020 में 396 लोग घायल हुए, 215 की मृत्यु हुई, वर्ष 2021 में मर्ई माह तक 151 व्यक्ति घायल हुए तथा 67 की मृत्यु हुई।
इस वेबिनार में एसडीएम बावल संजीव कुमार, डीएसपी अमित भाटिया, जीएम रोडवेज अशोक कौशिक, एनएचएआई से संजय राठी व हरी सिंह, यातायात प्रभारी बहादुर सिंह, सडक़ सुरक्षा समिति सदस्य रमेश वशिष्टï सहित अन्य संबंधित अधिकारियों ने भी भाग लिया।