सूत्रों के मुताबिक अमृतसर से करीब 13 किलोमीटर दूर स्थित बीएसएफ खासा हेडक्वार्टर में बीएसएफ की 144 बटालियन तैनात है. समय से ज्यादा टाइम तक ड्यूटी करने के चलते जवान मानसिक तनाव से गुजर रहा था. एक रिपोर्ट के मुताबिक ड्यूटी के समय को लेकर जवान की अपने अधिकारियों से कहासुनी भी हुई थी. रविवार सुबह मेस में उसने अपनी सर्विस राइफल के साथ अंधाधुंध फायरिंग कर दी. अपने साथियों पर फायरिंग करने के बाद उसने खुद को भी गोली मार दी. वारदात में सत्तेप्पा समेत चार जवानों की मौत हो गई. वहीं बल के आधा दर्जन जवान घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल करवाया गया है.
इस मामले में बीएसएफ के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन वे उपलब्ध नहीं हो पाए. मीडिया कर्मियों को भी अभी परिसर में जाने की इजाजत नहीं है और अस्पताल के बाहर भी पुलिस का कड़ा पहरा है जहां पर घायल जवानों का उपचार चल रहा है.