सरसों तेल में मिलावट को रोकने के लिए तीन ऑयल मील से लिये सैम्पल्स I
रेवाडी़, 29 मई। सरसों के तेल के दाम में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इस बीच मुनाफाखोरी के चलते सरसों के तेल में मिलावट का खेल भी बढ़ रहा है. जिसे रोकने के लिए जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी डा. सचिन कौशिक ने भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण के नियमों के तहत शनिवार को रेवाड़ी शहर की तीन सरसों मीलों से सैम्पल्स लिये है. टीम ने गोयल ऑयल मील भाड़ावास गेट व केडी ऑयल मील व एमएन इंटरप्राईजेज भाड़ावास रोड़ पर पहुंचकर सरसों का तेल निकालने की पूरी प्रक्रिया का निरीक्षण किया और स्टोरेज टैंकों से सरसों के तेल के सैंपल लियें । टीम में अमित व संजू भी शामिल रहे।
डा. सचिन ने बताया कि सरसों के तेल के सैंपल लेकर प्रयोगशाला में भेजे दिए गए है, जांच के बाद कमी मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि एफएसएसएआई खाद्य पदार्थों के मानकों को स्थापित करने के लिए उत्तरदायी है। खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता के लिए एफएसएसएआई किसी भी भोजन में इस्तेमाल होने वाले रासायनिक, पोषक गुणों, भोजने के रंग, महक, आकार इत्यादि की जांच करता है। जांच में सही पाए जाने के बाद ही उसे विक्रेताओं द्वारा बाजार में बेचा जाता है. खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2006 के तहत एफएसएसएआई निश्चित रूप से खाने में मिलावट पर नियंत्रण करने का कार्य करता है और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करता है। एफएसएसएआई के अधिकारी उस व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करवा सकते हैं जो खराब खाने के सामान को बेचता है।