हरियाणा की आर्थिक स्थिति गंभीर है। टोटल रेवेन्यु कलेक्शन में पिछले साल के मुकाबले 31 प्रतिशत की भारी गिरावट आई है। जबकि रिवेन्यु डिफिसिट जो जुलाई में 1344 करोड था , अब बढकर 8437 करोड हो गया है। ये बडा ही गंभीर विषय है। इसलिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को हरियाणा की अर्थ व्यवस्था संभालने की आवश्यकता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि इतना ही नही
कारोबार सुगमता रैंकिंग में भी हरियाणा प्रदेश तीसरे पायदान से फिसलकर अब 16वें पायदान पर पंहूच गया है। समय रहते हुए इन बातों पर ध्यान नही रखा गया तो ये पायदान ओर नीचे भी जा सकता है।
अजय सिंह ने कहा कि इस रैंकिंग से पता चलता है कि राज्य अपनी प्रणाली और प्रक्रियाओं के लिए क्या कर रहे हैं।
भारत देश अब ब्राजील को पीछे छोडते हुए नंबर दो की पॉजीशन पर पंहूच चुका है। जबकि प्रधानमंत्री जी देश की जनता को चीन से लडाई के मामले में भ्रमित कर रहे हैं। जबकि अपनी अर्थ व्यवस्था और कोविड को देखना चाहिए। इसके अलावा सरकार को
बेरोजगारी पर ध्यान देना चाहिए। जिन पदों पर परीक्षा हो चुकी हैं उनके परिणाम घोषित करें और जिनके परिणाम भी घोषित हो चुके हैं उनको नियुक्तियां देने में विलंब नही करना चाहिए।