- जिले का सीडी रेशो कम है, इसे बढाने के लिए बैंक ज्यादा से ज्यादा ऋण प्रदान करे: एसडीएम रविन्द्र यादव
- — योजनाओं के तहत किए गए ऋण की प्रतिदिन भेजे रिपोर्ट:एलडीएम
रेवाड़ी, 29 जून। एसडीएम रविन्द्र यादव ने कहा है कि किसानों की आय दुगुनी करने के लिए बैंक अधिकारी किसानों के लिए चलाई गई योजनाओं में अधिक से अधिक ऋण उपलब्ध कराएं ताकि किसान फसल के साथ-साथ अन्य कार्य करके अपनी आय में बढोतरी कर सके। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि 2022 तक किसानों की आमदनी दुगनी हो।
एसडीएम रेवाडी रविन्द्र यादव आज जिला सचिवालय में आयोजित बैंकों की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बैंक सस्ता ऋण उपलब्ध कराकर लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में भागीदारी निभा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि किसी कारण से किसी व्यक्ति का लोन अस्वीकृत करते है तो उस पर उसका कारण अवश्य दर्शाया जाएं, बिना वजह किसी का भी ऋण अस्वीकृत न करें।
एसडीएम ने सभी बैंक प्रतिनिधियों से कहा कि सरकारी स्कीमों के ऋण तुंरत दें। उन्होंने कहा कि जिले का सीडी रेशो कम है इसे बढाने के लिए सभी बैंक ज्यादा से ज्यादा ऋण प्रदान करें तथा बैंक ग्राहकों को अच्छी ग्राहक सेवा देने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि योजनाओं के आवेदन समय पर निपटाने का कार्य करें, ताकि किसी को परेशानी न हो। उन्होंने बैंक अधिकारियों से कहा कि किसी बैंक ने किस योजना के तहत कितना ऋण दिया है, इसका डाटा तैयार करें। उन्होंने कहा कि जिले में बैंकों के ऋण जमा अनुपात 60 प्रतिशत से कम होने पर सभी प्रतिभागियों को इस बारे में ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए।
रविन्द्र यादव ने योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि अटल पेंशन योजना की शुरुआत देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गयी थी, यह एक महत्वपूर्ण योजना है। अटल पैंशन योजना के तहत पेंशन की धनराशि लाभार्थियों के द्वारा किये गए निवेश तथा उम्र के हिसाब से निश्चित की जाती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) भारत सरकार की सूक्ष्म और लघु उद्यमियों को वहन योग्य शर्तों पर ऋण देने की प्रमुख योजना है। मुद्रा ऋणों को, उद्यमों को औपचारिक वित्तीय प्रणाली में लाने के लिए या फंड दी अनफंडेड के लिए बनाया गया है। पीएमएमवाई योजना के अंतर्गत विनिर्माण, व्यापार एवं सेवाओं के माध्यम से आय सृजन में लगे गैर-कृषि, सूक्ष्म या लघु उद्यमों के लिए ऋण उपलब्ध किया जाता है। कृषि संबंधी गतिविधियों में शामिल उद्यम भी मुद्रा ऋण के लिए आवेदन कर सकते हैं। पीएमएमवाई के अंतर्गत दी जाने वाली क्रेडिट सुविधाएं या गैर-निधि एवं निधि आधारित आवश्यकताओं के लिए हो सकती हैं, इसमें उधारकर्ता विभिन्न उद्देश्यों के लिए मुद्रा ऋण योजना का उपयोग कर सकता है।
इस अवसर पर एलडीएम भूपेन्द्र राव ने प्रधानमंत्री मुद्रा लोन के तहत शिशु योजना, किशोर योजना, तरूण योजना के बारे में विस्तार से चर्चा की तथा प्रतिदिन रिपोर्ट भेजने को कहा। इसके अतिरिक्त उन्होंने पीएम एसएसबीवाई योजना के तहत 12 रूपए के बीमा, वहीं पीएम जेजेवाई योजना के तहत 330 रूपए में लोगों का बीमा किया जाने पर अधिक जोर देने को कहा।
बैठक में डीडीएम नाबार्ड जगदीश परिहार ने कृषि ऋणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा 2022 में डब्लिंग ऑफ एग्रीलेंस के बारे में बताया।
पीएनबी बैंक के सर्कल हैड आरके मीना, एलडीओ श्री कृष्ण बिश्वास, नाबार्ड के डीडीएम जगदीश परिहार, आफताब अहमद सहित बैंको के जिला कोर्डिनेटर, विभिन्न सरकारी एजसियों के प्रतिनिधी व मौजूद रहे।