High voltage lines : मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश की जनता को हाईवोल्टेज के खतरे से बचाने की दिशा में एक अहम फैसला लिया है। अब घरों, फिरनी, पार्कों, तालाबों, स्कूलों आदि के ऊपर से गुजरने वाली 33,000 वोल्ट्स (केवी) और 11,000 वोल्ट्स (केवी) की बिजली लाइनों को शिफ्ट किया जाएगा। इस संबंध में उत्तरी हरियाणा बिजली वितरण निगम लिमिटेड (यूएचबीवीएनएल (UHBVNL) )और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम लिमिटेड (DHBVNL) ने ऐसी सभी लाइनों को शिफ्ट करने का प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे स्वीकृत प्रदान कर दी है।
High voltage lines के नीचे निर्माण कार्य करने पर देना होगा लाइन शिफ्ट का खर्च
उन्होंने कहा कि केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण विनिमय-2010 (वर्तमान में 2023) के मुताबिक कोई भी व्यक्ति बिजली के तारों और ऐसी लाइनों के नीचे किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं कर सकता है। अगर ऐसा करता है तो उसे लाइन शिफ्ट कराने का पूरा खर्च वहन करना होता है। लेकिन सरकार ने लोगों की मांग पर उन्हें राहत देने का निर्णय लिया है।
151 करोड़ रुपए का खर्च
मनोहर लाल ने बताया कि सरकार ने जनकल्याण के मद्देनजर वर्ष 2016 में घरों के ऊपर से बिजली की लाइनें का अभियान चलाया था, जिस पर 112.17 करोड़ रुपए से अधिक का खर्च आया था। इसे सरकार ने वहन किया। इसी क्रम में हरियाणा सरकार ने एक बार फिर ऐसा ही अभियान शुरू करने का फैसला किया है, जिसके लिए 151 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
UHBVN के ये 10 सर्कल होंगे शामिल
प्रदेश में हाईटेंशन लाइनों को शिफ्ट करने के लिए यूएचबीवीएन (UHBVN) के 10 सर्कल में 2707 स्थानों पर लाइनों को शिफ्ट करने पर लगभग 96 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार किया है। इसके तहत 11000 वोल्ट की लाइनों पर 78.35 करोड़ रुपए और 33केवी लाइनों पर 17.30 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत आएगी। यूएचबीवीएन में पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र, कैथल, करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक व झज्जर सर्कल शामिल हैं।
DHBVN के ये 11 सर्कल होंगे शामिल
इसी प्रकार डीएचबीवीएन (DHBVN) के 11 सर्कलों में लाइनों को शिफ्ट करने पर 55 करोड़ रुपए से अधिक का खर्च का अनुमान है। इस क्षेत्र में सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी, नारनौल, रेवाड़ी, गुरुग्राम-।, गुरुग्राम-।।, फरीदाबाद व पलवल शामिल हैं।