केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) को लेकर पूछे गए प्रश्न के जवाब में जानकारी देते हुए कहा कि इलेक्ट्रिक व्हीकल की मांग बहुत बढ़ रही है। कुल मिलाकर ईवी पैमाने में 335 प्रतिशत, इलेक्ट्रिक दुपहिया वाहन में 607 प्रतिशत, इलेक्ट्रिक तिपहिया में 150 प्रतिशत, इलेक्ट्रिक चौपहिया में 300 प्रतिशत और इलेक्ट्रिक बसों में 30 प्रतिशत मांग बढ़ी है।
केंद्र ने निकाला विश्व का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक बसों का टेंडर
केंद्र सरकार ने अभी विश्व का सबसे बड़ा 5500 इलेक्ट्रिक बसों का टेंडर निकाला है। उसमें पहली बार केरल में 250 बसें दी गई हैं और हमारी आने वाले समय में देश भर में 50,000 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना है। उन्होंने कहा कि इससे आम आदमी एयर कन्डीशन बसों में घूमेंगा और टिकट का मूल्य भी कम होगा। इससे राज्य परिवहन का घाटा भी नहीं रहेगा।
2 साल में पेट्रोल वाहनों के बराबर होंगी इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें
2018 में लिथियम ऑयन बैटरी की कीमत 180 डॉलर प्रति किलोवाट ऑवर थी, 2021 में 140 डॉलर प्रति किलोवाट ऑवर हुई और 2022 में 135 डॉलर प्रति किलोवाट ऑवर हुई। दो साल के अंदर ईवी की मोटरगाड़ी और दोपहिया वाहनों की कीमतें पेट्रोल वाहनों के बराबर होंगी क्योंकि इसकी लागत कम हो जाएगी।