Child labour: जांचकर्ता ने बताया कि बाल संरक्षण इकाई रेवाड़ी को सूचना मिली थी कि एनएच-48 पर मसानी के शनि मंदिर के समीप संचालित अलवर मेवात ढाबा पर बाल श्रमिकों से काम लिया जा रहा है। सूचना के पश्चात बाल संरक्षण इकाई रेवाड़ी ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो पाया कि ढाबा संचालक की तरफ से यहां पर 15 साल की उम्र तक के चार बच्चों को काम पर रखा हुआ था।
वहीं उनसे भारी काम कराया जा रहा है। टीम ने यहां कार्रवाई करते हुए चारों बच्चों को मुक्त करा लिया था। मुक्त कराए गए दो बच्चे नूंह, एक भरतपुर एवं एक बच्चा यूपी के मथुरा जिला का रहने वाला है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर ढाबा संचालक के खिलाफ मामला दर्ज किया था। जो इस मामले में पुलिस ने मंगलवार को आरोपी साहुन को गिरफ्तार कर लिया है।