डीसी अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि अंत्योदय उत्थान वर्ष में अधिकारी व कर्मचारी जनसेवा को समर्पित होकर अपनी ड्यूटी का निर्वहन करें। उन्होंने जिला के सभी विभागाध्यक्षों को कार्यालय दिवस में प्रातः 11 बजे से लेकर 12 बजे तक अपने-अपने कार्यालय में उपस्थित रहकर लोगों की समस्याओं व शिकायतों का समाधान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी किसी भी व्यक्ति को बेवजह कार्यालय के चक्कर न कटवाए बल्कि आमजन की शिकायतों पर तुरंत संज्ञान लेते हुए उनका प्राथमिकता के आधार पर समाधान करवाना सुनिश्चित करें।
अधिकारी स्वयं को अफसर नहीं जनता का सेवक समझें :
डीसी ने कहा कि सरकार ने हमें जनता की शिकायतों का समाधान करने के लिए दायित्व सौंपा हुआ है और हमें अपने दायित्व का निर्वहन पूरी निष्ठा व ईमानदारी से करना चाहिए। जनसेवा को समर्पित होकर सभी अधिकारी व कर्मचारी ड्यूटी करेंगे तो निश्चित तौर पर समस्याओं का समाधान तत्परता से स्वाभाविक रूप से होगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी स्वयं को अफसर नहीं जनता का सेवक समझें। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को चाहिए कि वे उनके कार्यालय में शिकायतें व समस्याएं लेेकर आने वाले व्यक्तियों को पूरा मान-सम्मान देते हुए उनकी शिकायतों व समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करवाएं और उनके प्रति दया व कृतज्ञता का भाव रखें और उनके साथ मधुर एवं सौम्य व्यवहार करें।
कार्यालयों के बाहर लोगों के बैठने की व्यवस्था : डीसी
डीसी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि उनके कार्यालय में आने वाले लोगों के लिए बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि अधिकारी के मीटिंग में होने या किसी जरूरी कार्य में व्यस्त होने के कारण उन्हें खड़े रहकर प्रतीक्षा न करनी पड़े और वे बैठकर अधिकारी की या अपनी बारी की प्रतीक्षा कर सकें । उन्होंने कहा कि पब्लिक डीलिंग से संबंधित कार्यालय और विभाग इस ओर विशेष तौर पर ध्यान देना सुनिश्चित करें।