घटनाक्रम के अनुसार झारखंड के जिला चतरा के गांव जाबेर ईंटखोरी निवासी संजय उर्फ हेमन यादव और झारखंड निवासी शंकरलाल गांव मसानी निवासी राधेश्याम के यहां पर 20 फरवरी 2019 को मजदूरी के लिए आए हुए थे। राधेश्याम ने दोनों को अपने कुएं पर ठहरा दिया था। धारूहेड़ा पुलिस को दी शिकायत में राधेश्याम ने बताया था 6 मार्च 2019 को जब शाम के समय वह अपने कुएं पर गया तो वहां पर शंकर और संजय के बीच झगड़ा हो रहा था।
दोनों ही शराब पीए हुए थे जिसके बाद वह उन्हें समझा कर अपने घर पर आ गया था। अगले दिन सुबह 7 मार्च को जब वह कुएं पर गया तो उन्हें शंकर नहीं मिला। इस पर उन्होंने आरोपी संजय उर्फ हेमंत से शंकर के बारे में पूछताछ की तो उसने बताया कि वह बाजार से सामान लेने के लिए गया हुआ है। इसके बाद आरोपी संजय वहां से चला गया। जब वह अपने ट्यूबवेल के पास पहुंचे तो वहां पर गेहूं टूटे हुए मिले और वहां पर काफी खून पड़ा हुआ था। कुएं की मुंडेर पर भी खून के धब्बे लगे हुए थे। जब कुएं में झांककर देखा तो अंदर किसी व्यक्ति का शव पड़ा दिखाई दिया।
तत्पश्चात वह पुलिस को सूचना देने के लिए धारूहेड़ा आ गया और इसके बाद अपने भाई सहित गांव के लोगों को इस बारे में बताया। सूचना पर पुलिस और ग्रामीण मौके पर पहुंचे और शव को निकाला तो उसकी पहचान शंकरलाल के रूप में हुई। पुलिस ने राधेश्याम की शिकायत पर संजय उर्फ हेमन यादव पर हत्या का मामला दर्ज करते हुए अदालत में चालान पेश किया। इसके बाद अदालत ने आरोपी को दोषी करार देने के बाद सोमवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।