बीपीएल राशन कार्ड बनवाने के लिए भी गरीब परिवारों को धक्के नहीं खाने पड़ेंगे. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि उनकी सरकार ने एक ऐसा सिस्टम तैयार कर दिया है कि अब जैसे ही किसी व्यक्ति की उम्र 60 वर्ष पूरी होती है. उसकी बुढ़ापा पेंशन बन जायेगी. बुजुर्गों को अब सरकारी कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे बल्कि सरकारी कर्मचारी खुद सबंधित व्यक्ति के पास जाकर पूछेगा कि आपको पेंशन बनवानी है या नहीं…..
ये सुनकर शायद आपको अजीब लग रहा है. लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि उनकी सरकार इस योजना में सिरे चढ़ा रही है. आपको बता दें कि हाल में ही प्रदेशभर में अंत्योदय मेले लगाईं गए थे. जिसमें उन परिवारों को चिन्हित किया गया था. जिनकी परिवार की आय एक लाख 1 लाख 80 हजार से कम है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी आय बढ़ाने के लिए अंत्योदय परिवार उत्थान योजना शुरू की गई है.
आज विश्व स्वास्थ्य दिवस और इंटरनेट दिवस भी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी योजनायें लोगों को जल्द घर बैठे मिले सकें . उसके लिए सभी विभागों के कार्य ऑनलाइन होने लगे है. कोई भी व्यक्ति घर बैठे ही सरकार योजनाओं की जानकारी लेकर उसका लाभ ले सकता है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि काफी लोग ऐसे भी सामने आये है. जिन्होंने बुढ़ापा पेंशन लेने से ही इनकार कर दिया. वो इसलिए की वो सक्षम है. जिनका कहना है की जरुरतमंदों को लाभ मिलना चाहियें. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में गरीब परिवारों को बीपीएल राशन कार्ड अप्लाई करने की जरूत नहीं पड़ेगी. क्योंकि जिन परिवारों को आय 1 लाख 80 हजार से कम है उनका बीपीएल कार्ड ऑटोमेटिक बन जाएगा. और जिनकी आय ज्यादा है उसका बीपीएल कार्ड बना हुआ है तो कट जाएगा.
आपको बता दें कि आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अंत्योदय परिवार उत्थान योजना व परिवार पहचान पत्र के माध्यम से वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना व अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को लाभपात्र प्रमाण पत्र जारी किये. वीडियो कांग्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिले इस कार्यक्रम में शामिल हुए है. रेवाड़ी में भी योजना के 25 -25 लोगों को लाभपात्र प्रमाणपत्र जिला उपायुक्त ने जारी किये है. डीसी यशेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार की ये अनूठी पहल है. ऐसा होना से लोगों को उनके द्वार पर ही सरकारी योजनाओं का लाभ मिल पायेगा.