सफाई कर्मचारियों का कहना है कि दीपावली हिंदुओं का सबसे बड़ा त्यौहार है। ऐसे में शहर को गंदा रखना हमें भी अच्छा नहीं लगा। इसलिए हम 2 दिन के लिए धरने से हटे थे लेकिन हमारे शीर्ष नेतृत्व धरने पर ही बैठे हुए थे। लेकिन हमें लगता है कि सरकार की मंशा है कि शहर ऐसे ही गंदा रहे। तभी हमारी बातें नहीं सुनी जा रही है ।
कर्मचारियों ने कहा कि अबतक सरकार के साथ हुई सभी वार्तालाप विफल रही है। सरकार उनकी मांगों को नहीं मान रही है। सफाई कर्मचारियों की मुख्य मांग है कि कौशल रोजगार योजना को बंद किया जाए व कच्चे कर्मचारियों को पक्के कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। अन्यथा सफाई कर्मचारी अपने धरने को ऐसे ही जारी रखेंगे।