रेवाड़ी के धारुहेड़ा औद्योगिक क्षेत्र की कंपनी में बॉयलर ( डस्ट कल्कटर) फटने से घायल हुये 39 कर्मचारियों में से 5 की ईलाज के दौरान मौत हो गई है। जबकि दर्जनभर कर्मचारी अभी भी ज़िंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे है। बता दें कि 16 मार्च को धारुहेड़ा की लाइफलॉन्ग कंपनी में बॉयलर डस्ट कल्कटर फट गया था।
इस हादसे में कंपनी में जोरदार धमाका हुआ था और फिर आग लग गई थी। इस दर्दनाक हादसे में कंपनी में काम कर रहे करीबन 39 कर्मचारी बुरी तरह से झुलस गए थे। जिन्हे रेवाड़ी के ट्रोमा सेंटर सहित अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। जबकि जिन घायल कर्मचारियों हालात ज्यादा नाजुक थी उन्हे रोहतक पीजीआई और दिल्ली सफरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इस भयंकर हादसे के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इस पूरी घटना की एसडीएम की अध्यक्षता में मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिये थे। जिसके बाद बुधवार को मुख्यमंत्री ने पीजीआई रोहतक पहुँचकर घायलों का हाल जाना और मदद कर हर संभव मदद का भरोसा दिया।
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आज हरियाणा सीएम के x हैंडल से जानकारी दी गई है कि श्रमिक कल्याण बोर्ड की योजना के तहत मृतक के परिवारों को 5 लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी। जबकि जो कर्मचारी 75 फीसदी से ज्यादा झुसले है उन्हे 2 लाख की आर्थिक मदद दी जायेगी।
इस मामले में धारुहेड़ा पुलिस थाने में ठेकेदार सहित अन्य के खिलाफ लपवारही की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। डीएसपी नरेंद्र सांगवान बताया कि जिला उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने घटना स्थल का जायजा लिया है। फिरेंसिक टीम सहित एक्सपर्ट की टीम मामले की जांच कर रही है।
यहाँ आपको बता दें कि धारुहेड़ा के इस भयंकर हादसे की संभावना का पहले से अंदेशा था। क्योंकि कर्मचारियों से काम लेने वाले राजकुमार नाम के कर्मचारी ने पुलिस शिकायत में कहा है कि पहले भी दो बार बॉयलर डस्ट कल्कटर फट चुका था। इस बार भी खतरा बना हुआ था। जिस बारे में ठेकेदार और कंपनी मैनेजमेंट को बताया गया था लेकिन उन्होने कोई ध्यान नहीं दिया। जिसके बाद ये भयंकर हादसा हो गया।
बहराल ये जांच के बाद ही साफ हो पायेगा कि ये हादसा कैसे हुआ और किसकी इस पूरी मामले में लापरवाही रही।