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प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र के दायरे में पांच घरों में विकसित की जाएंगी पोषण वाटिका

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डीसी अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि महिलाओं व बच्चों के पोषण में बढ़ोतरी को लेकर देशभर में चलाए जा रहे पोषण अभियान में रेवाड़ी जिला अपने दायित्व व कर्तव्यों का निर्वहन बेहतर ढंग से करते हुए महती भूमिका निभाएगा। आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सितंबर माह के दौरान जिला, तहसील और आंगनवाड़ी केंद्रों पर 5वें राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया जाएगा, जिसका गुरुवार से जिलाभर में आगाज हो चुका है।

आंगनवाड़ी केंद्र के दायरे में पांच घरों में पोषण वाटिका की जाएगी विकसित

डीसी गर्ग ने कहा कि इस बार प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र के दायरे में पांच घरों में पोषण वाटिका भी विकसित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बीते सालों में महिलाओं और बच्चों में कुपोषण के स्तर को कम करने के लिए गंभीरता से काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय पोषण मिशन के माध्यम से महिला और बच्चों में पोषण स्तर बेहतर करने का संकल्प लिया गया, जिसके सार्थक परिणाम सामने आ रहे और महिलाओं व बच्चों में सुपोषण देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हम सबकी जिम्मेवारी बनती है कि इस कार्यक्रम को व्यापक स्तर पर आयोजित करें। उन्होंने कहा कि जिला में सितंबर माह के पहले दिन से ही पोषण माह का आयोजन शुरू कर दिया गया है।

डीसी ने कहा कि इस बार प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र के दायरे में पांच घरों में पोषण वाटिका स्थापित करने का संकल्प लिया गया है। पोषण वाटिका में हरी सब्जियों व फलों के पौधे लगाए जाएंगे। एक सितंबर को जिला स्तर पर पोषण एंथम, पोषण शपथ का आयोजन होगा।उन्होंने कहा कि कि खेलो और पढो अभियान के तहत स्तनपान व अतिरिक्त पोषक तत्वों की जागरूकता, स्वस्थ माता-स्वस्थ बालक अभियान के तहत गोष्ठी का आयोजन, महिलाओं में निजी स्वच्छता को लेकर जागरूकता अभियान, पोषण के पांच सूत्र के तहत हरा भरा हरियाणा अभियान चलाया जाएगा, जिसमें आंगनवाड़ी केंद्र, विद्यालय और सरकारी भवनों में पोषण वाटिका स्थापित की जाएगी। पोषण माह के दौरान आंगनवाडी केंद्रों पर प्रभात फेरी भी निकाली जाएंगी, इसमें जल संरक्षण, मां की रसोई, विस्थापितों के लिए विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर, नवजात बच्चों व दूध पिलाने वाली माताओं को पोषण स्तर बढ़ाने के लिए जागरूक किया जाएगा।

महिला एवं बाल विकास विभाग

महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी उर्मिल सिवाच ने पोषण माह से जुड़ी गतिविधियों को लेकर विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि पोषण माह के तहत आंगनवाडी केंद्रों पर महिला गोष्ठियों, नुक्कड नाटकों के माध्यम से बच्चों की विकास वृद्धि की निगरानी, खान-पान की अच्छी आदत व डाइट पर जागरूकता अभियान, लिंग भेद की खाई को पाटने, कुपोषित बच्चों को चिन्हित करते हुए स्वास्थ्य जांच शिविर, एनीमिया को खत्म करने के लिए आयुष विभाग के माध्यम से शिविरों का आयोजन और पोषण मेलों के माध्यम से स्थानीय पोषक खाने के प्रति जागरूकता लाने के कार्यक्रम आयोजित होंगे।