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सरकार शर्म करो, शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल छात्रों ने किया धरना प्रदर्शन

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मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करीबन 7 साल पहले रेवाड़ी शहर के कॉलेज की घोषणा की थी. वर्ष 2017-18 से कॉलेज की क्लास शहर के बॉयज स्कूल के कमरों में शुरू कर दी गई. लेकिन विडम्बना देखियें कॉलेज आज भी स्कूल के उन 4- 5 कमरों में ही चल रहा है. हरियाणा सरकार के विकास के दावों और बेहतर शिक्षा व्यवस्था की पोल ये कॉलेज और इस कॉलेज में पढने वाले बच्चे खोल रहे है. पिछले सात वर्षों में बीजेपी ने अपने कार्यालय के लिये जमीन तलाश ली और एक आलीशान भवन भी बना दिया और रेस्ट हाउस भवन भी एक फाईफ स्टार होटल जैसा बना दिया. इन दोनों से आम जनता का कोई वासता नहीं है. लेकिन जिस कॉलेज से आम जनता का फायदा है. उसके लिए आजतक जमीन तक तलाश नहीं की जा सकी है.

रेवाड़ी शहर का राजकीय महाविद्यालय पिछले 5 वर्षों से स्कूल के चार कमरों में चल रहा है. छात्रों की मांग है कि उनके कॉलेज को ऐसी जगह शिफ्ट किया जाएँ जहाँ कॉलेज की सभी सुविधाएं उन्हें मिल सकें. इसी मांग को लेकर आज एबीवीपी छात्र संगठन ने कॉलेज गेट पर ताला लगातार धरना प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

रेवाड़ी शहर के भाड़ावास गेट स्थित 4 -5 कमरों में चल रहा ये सरकारी कॉलेज है. कॉलेज गेट पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर सरकार को आइना दिखाने वाले ये कॉलेज के छात्र है. जो पिछले कई महीनों से जिला प्रशासन के मार्फत सरकार से मांग कर रहे है कि उनके कॉलेज की बिल्डिंग बनाई जाएँ. लेकिन यहाँ हालात ऐसे है कि बिल्डिंग बनना तो दूर जमीन तक आजतक उपलब्ध नहीं कराई गई है. लिहाज छात्रों को गेट पर ताला लगातार धरना प्रदर्शन शुरू करना पड़ा.

जिस स्कूल के कमरों में कॉलेज क्लास चल रही है. वहां सुविधाओं का अभाव है. कमरे कम होने के कारण बारी –बारी क्लास लगाईं जाती है. कैसे मौहोल में बच्चे यहाँ पढने को मजबूर है वो तस्वीरों में आप देख सकते है. विद्यार्थियों ने कहा कि कई बार ज्ञापन देने के बावजूद सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया तो परेशान होकर उन्होंने गेट पर ताला लगाकर धरना प्रदर्शन शुरू किया है.

कॉलेज गेट पर ताला लगने की सूचना के बाद पुलिस और तहसीलदार मौके पर पहुँचे और काफी समझाने के बाद बच्चों ने गेट का ताला खोला दिया. जिसके बाद तहसीलदार ने भी खस्ता कॉलेज के कमरों क जायजा लिया. तहसीलदार ने कहा कि जबतक जगह नहीं मिल पाती है. तबतक जिस जगह सेक्टर चार में सैनिक स्कूल चल रहा है. वहां कॉलेज को शिफ्ट किया जा सकता है. लेकिन ये तब हो पायेगा जब सैनिक स्कूल अपनी खुद की बिल्डिंग पाली –खोरी में शिफ्ट हो जाएँ.

आपको बता दें कि जिस सेक्टर चार स्थित सैनिक स्कूल के भवन का जिक्र तहसीलदार कर रहे है वो गर्ल्स स्कूल के लिए भवन बनाया गया था. जहाँ सैनिक स्कूल की क्लास शुरू कर दी गई. सैनिक स्कूल का खुद का भवन खोरी-पाली में कई वर्षों से बन रहा है. जिसका काम आजतक पूरा नहीं हुआ है.

हालाँकि अब ये कहा जा रहा है कि सैनिक स्कूल अपनी खुद के भवन में जल्द शिफ्ट होगा.

बहराल छात्रों को डीसी से मुलाक़ात कराने के लिए तहसीलदार लेकर गए है. ऐसे में देखते है कि प्रशासन क्या समाधान निकालता है.