- धान कि फसल ना करने पर किसानों को इस योजना के तहत मिलते है 7 हजार रूपए
- मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के लिए पंजीकरण अवधि 15 जुलाई तक बढ़ी
रेवाड़ी, 28 जून। किसानों को योजना का लाभ पहुंचाने के दृष्टिगत हरियाणा सरकार द्वारा मेरा पानी-मेरी विरासत योजना की पंजीकरण अवधि को बढाया गया है। अब किसान योजना के लाभ के लिए 15 जुलाई 2021 तक अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। योजना के तहत धान की बजाय पानी की बचत करने वाली फसलों की बिजाई करने के लिए सात हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जा रही है।
डीसी यशेन्द्र सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि अधिक से अधिक किसानों को योजना का लाभ मिले इसके लिए सरकार द्वारा मेरा पानी-मेरी विरासत योजना की पंजीकरण अवधि 15 जुलाई तक बढ़ाई गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा फसल विविधीकरण के तहत मेरा पानी-मेरी विरासत योजना को खरीफ 2021 के लिए भी लागू करने की स्वीकृति प्रदान की गई है। कृषि विभाग द्वारा किसानों को धान के बजाय अन्य फसलों की बिजाई के लिए प्रेरित किया जा रहा है। किसानों को धान के स्थान पर वैकिल्पक फसलों (कपास, मक्का, दलहन, मूगंफली, तिल, ग्वार, अरण्ड, सब्जियां व फल) की बिजाई करनी होगी।
जो किसान धान की जगह चारा भी उगाते हैं या अपने खेत खाली रखते हैं, उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलेगा। इस योजना पर लाभ लेने के लिए इच्छुक किसानों को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने किसानों से आह्वïान किया कि वे फसल विविधीकरण को अपनाएं और जल संरक्षण में अपना योगदान दें। अधिक जानकारी के लिए उपमंडल कृषि अधिकारी के कार्यालय से भी संपर्क कर सकते है।