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134 A के तहत दाखिले में देरी का होना शिक्षा विभाग खुद जिम्मेदार- रामपाल यादव

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134 A के तहत दाखिले में देरी का होना शिक्षा विभाग खुद जिम्मेदार- रामपाल यादव

हरियाणा प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रामपाल यादव ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि आज इन हालातो के लिए खुद शिक्षा विभाग के अधिकारी ही जिम्मेदार है । 134 ए की सूची जारी करने के उपरांत प्रदेश स्तर पर सभी यूनियनों ने मिलकर के फैसला लिया कि पिछले अनेक वर्षों से बकाया राशि का भुगतान राईट टू एजुकेशन के तहत शिक्षा विभाग जारी करे उसके उपरांत ही दाखिला पर विचार किया जाएगा यदि शिक्षा विभाग जारी नहीं करते तो हम 134 ए के तहत एडमिशन दाखिला नहीं करेंगे यह फैसला प्रदेश स्तर पर लिया गया इसके तुरंत उपरांत हमारी जिला इकाई की मीटिंग 19 दिसंबर हुई । हमारी जिला इकाई ने इस पर फैसला लिया। कि जब तक पिछला बकाया शिक्षा विभाग जारी नहीं करेगा हम 134 ए के तहत दाखिला बिलकुल नहीं देंगे शिक्षा विभाग हाथ पर हाथ रखकर बैठा रहा ।

 

 

समस्या का समाधान करना या एसोसिएशन को बुलाना इन्होंने उचित नहीं समझा यह फैसला एसोसिएशन द्वारा लिया गया था शिक्षा विभाग अंधेर में तीर मार रहा है इन्होंने सीधे स्कूलों को बुलाने का फैसला लिया यह किसी भी किसी भी दृष्टि से उचित नहीं था एसोसिएशन से किसी प्रकार का संपर्क नहीं किया जिला शिक्षा अधिकारी चाहते ही नहीं की समस्या का समाधान हो अगर वास्तव में समाधान करना चाहते तो एसोसिएशन को बुला करके बातचीत करते और कोई ना कोई उसका रास्ता निकलता लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी नहीं चाहते 134 ए के तहत गरीबों के बच्चे निजी स्कूलों में दाखिला लें इसकी जिम्मेदारी है तो स्वयं जिला शिक्षा अधिकारी की है कुछ लोग उपायुक्त महोदय के कैंपस में बच्चों को बैठाकर अपनी राजनीति चमकाने चाहते हैं ।उनसे आग्रह करना चाहूंगा कि इस गतिरोध के असली जिम्मेदार कौन है। इस की तहकीकात में जाएं । निजी स्कूल अनेक वर्षों से लगातार गरीबो के प्रतिभावान बच्चों को पढा रहे हैं आखिरकार सिर पर से पानी गुज़र गया तब यह फैसला लिया गया ।

 

 

यादव ने जोर देकर कहा कि मैं हरियाणा सरकार से मांग करता हूं कि इस की उच्च स्तरीय जांच की जाए । इस के असली दोषी कौन है निजी स्कूलों के पिछले चार-पांच वर्षों से बार – बार पत्राचार के उपरांत भी समय रहते आखिरकार भुगतान क्यों नहीं किया गया । इस मुद्दे पर मेरी माननीय शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल सिंह से दूरभाष पर बातचीत हुई हैं उनको सारे हालातों से अवगत कराया है उन्होंने भरोसा जताया कि आज ही तुरंत 13 करोड़ का बजट जारी कर दिया है। मैं शिक्षा विभाग के अधिकारियों से पूछना चाहता हूं कि आखिर लगभग पूरा साल बीतने को जा रहा है अब आन फान में गरीब बच्चों की दाखिला की क्या सूझी। सांप निकल गया अब लाठी मारने से क्या होगा।