जिले से अभी तक 70209 सैंपल लिए गए हैं, जिनमें 5793 कोविड-पॉजिटिव मिले हैं। इनमें 5194 नागरिक कोविड संक्रमण से ठीक हुए हैं और अब तक 31 मरीजों की मौत हुई है। जिले में कोविड पॉजिटिव के कुल 568 एक्टिव केस हैं, इनमें 39 विभिन्न अस्पतालों में व 10 जिला कोविड केयर सैंटर में एडमिट हैं, जबकि 519 कोविड मरीज होम आइसोलेट किए गए हैं।
जिले से संबंधित 87 नए कॉविड पॉजिटिव केस आए हैं, जिनमें से 72 रेवाड़ी शहर, 02 धारूहेड़ा, 1 अकबरपुर, 01बासबिटोडी, 4हजारीवास,2 झोलरी, 2 खोरी ,01 बालियर कला,01 बिहारीपुर व 01मीरपुर से संबंधित हैं। जबकि 114 पॉजिटिव ठीक हुए हैं, जिनमें 50 रेवाड़ी शहर, 18 बावल, 29 धारूहेड़ा ,6कोसली तथा एक-एक केस भडगी ,डहीना ,काहडी,नंगली परसापुर, रामपुरा , शाहपुर ,बामम्ड, मलेशियावास , सुधराना, भटसाना व भाडावास से संबंधित हैं।
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रेवाड़ीमें भी आज से बजारे की सरकारी खरीद शुरू कर दी गई है . किसानों की उपज खरीदने के लिए एक दिन पहले एस एम् एस करके किसानों को सुचना देकर बुलाया जा रहा है. आज पहले दिन रेवाड़ी आनाज मंडी में करीबन 40 किसान पहुँचे … किसानों को एसएमएस के जरिये दी गई सुचना में बाजरे की खरीद का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक दिया हुआ था . लेकिन खरीद प्रकिया साढ़े 12 बजे शुरू की गई . आपको बता दें की रेवाड़ी जिले में 46 हजार 827 किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाया हुआ है . और जिले की एक लाख 79 हजार 186 एकड़ जमीन पर बजारे की खेती किसानों ने की थी . एमएसपी पर केवल उन्हीं किसानो की उपज खरीदी जायेगी , जिन किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाया हुआ है .
किसानों से बाजरेकी उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य सरकार ने 2150 रूपए निर्धारित किया हुआ है , एक एकड़ जमीन पर अधिकतम 8 किवंटल और 40 किवंटल तक बाजरे की उमज प्रति किसान से खरीदी जायेगी .
मार्किट कमेटी के सचिव का कहना है की उन्होंने किसानों के लिए बैठने और पीने की पानी की व्यवस्था की हुई है ..वहीँ कोरोना काल में संक्रमण से बचाव के लिए मंडी गेट पर किसानों को मास्क दिया जा रहा है और हाथों को सेनेटाईज कराया जा रहा है . कमेटी द्वारा मंडी में सड़क के गड्ढों को भी भरा गया है . कल किन गांवों के किसानों की उपज की खरीद की जायेगी उसकी जानकारी जिला स्तर पर किसी के पास नहीं है . पंचकुला से सीधे मैसेज किसानों के पास भेजे जा रहे है और किसानोंके मोबाइल नम्बर के आधार पर मंडी में किसानों को टोकन दिया जा रहा है .