रेवाड़ी में कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर गुरूवार को डीआईजी कुलविंद्र सिंह ने समीक्षा बैठक की और टेस्टिंग बढाये जाने के निर्देश दिए. आपको बता दें की जिले में तेजी से कोरोना वायरस के केस बढ़ रहे है लेकिन राहत की बात ये है की संक्रमित मरीज बड़ी संख्या में स्वस्थ भी हो रहें है . पिछले एक सप्ताह से जिले में एक्टिव केसों की संख्या 350 से 400 के बीच है वो इसलिए की जितने मरीज रोजना पॉजिटिव पाए जा रहे है करीबन उतने ही स्वस्थ भी हो रहे है. लेकिन ओद्योगिक इकाइयों में तेजी से बढ़ रहे पॉजिटिव मरीजों ने जिला प्रशासन की चिंता जरुर बढाई हुई है. जिले के बावल और धारूहेड़ा ओद्योगिक क्षेत्र और धारूहेड़ा से सटे राजस्थान के भिवाड़ी ओद्योगिक क्षेत्र में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. भिवाड़ी तो राजस्थान सरकार ने कोरोना वायरस के प्रकोप को कम करने के लिए बंद किया हुआ है और रेवाड़ी खुला हुआ है इसलिए भिवाड़ी से लोग रेवाड़ी में सामान खरीदने या दूसरे काम के लिए आवागमन कर रहे है. जिला प्रशासन का मानना है की राजस्थान से आने वाले लोगों की वजह से भी जिले में कोरोना संक्रमण की चैन नहीं टूट रही है . रेवाड़ी शहर के कुछ इलाकों में और धारूहेड़ा में संक्रमण की चैन काफी प्रयासों के बावजूद नहीं टूट रही है .इसलिए हो सकता है की आज-कल में धारूहेड़ा और रेवाड़ी के कुछ हिस्से को लॉकडाउन कर दिया जाए . राजस्थान का भिवाड़ी वहां की सरकार ने 19 अगस्त तक बंद किया हुआ है . डीआईजी ने समीक्षा बैठक में कहा कि इंडस्ट्रियल एरिया में उद्यमियों को कोविड की रोकथाम के उपायों के बारे में जागरूक करने के लिए निंरतर अभियान चलाने की जरूरत है .
वीरवार को 42 नए पॉजिटिव मिले , 38 ठीक हुए :
कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले से अभीतक 29983 सैंपल लिए गए हैं, जिनमें 2396 कोविड-पॉजिटिव मिले हैं। इनमें 2025 नागरिक कोविड संक्रमण से ठीक हुए हैं और अब तक 14 मरीजों की मौत हुई है। अब जिले में कोविड पॉजिटिव के 357 एक्टिव केस रह गए हैं . एक्टिव मरीजों में से 35 विभिन्न अस्पतालों में व 39 जिला कोविड केयर सैंटर में एडमिट हैं, जबकि 283 कोविड मरीज होम आइसोलेट किए गए हैं। आज मिले 42 नए कॉविड पॉजिटिव केसों में से 14 रेवाड़ी शहर, 8 जाहिदपुर, 3-3 कोसली व बालधन कलां, 2-2 लिसाना, बावल व धारूहेड़ा तथा एक-एक केस सहारनवास, चांदावास, झाडौदा, पीथनवास, लालपुर, टूमना, राजगढ़ व कसौला से संबंधित हैं। जबकि ठीक होने वाले 38 मरीजों में 31 रेवाड़ी शहर, दो-दो धारूहेड़ा व जोनावास और एक-एक केस कोसली, नांधा व भाड़ावास से संबंधित हैं।