खरीद के लिए हर प्रकार के पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश भी दिए।
डीसी ने कहा कि मंडियों में कोविड-19 महामारी कोरोना वायरस से बचाव के लिए भी व्यापक प्रबंध किये जायें। मंडियों में मास्क तथा सैनेटाईजर की समुचित व्यवस्था की जाए। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना भी अनिवार्य रूप से की जाए। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए पेयजल, छाया व सफाई की भी सुनिश्चित की जाएं।
अक्टूबर से होने वाली बाजरा की फसलों की खरीद के लिए मंडियों को निर्धारित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि एक अक्टूबर से कोसली, रेवाड़ी व बावल अनाज मंडियों में बाजरे की खरीद की जाएगी। उन्होंने बताया कि उन किसानों की बाजरे की खरीद की जाएगी जिन किसानों ने मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाया हुआ है। उन्होंने कहा कि किसान अपने बाजरे की फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य 2150 रूपए प्रति क्विंटल के मूल्य पर बेच सकते हैं। इसके लिए मार्केट कमेटी द्वारा व्यवस्था की जाएगी ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। उन्होंने खरीद ऐजेंसियों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बाजरे की उपज के उठान के लिए साथ-साथ समुचित व्यवस्था करें ताकि किसी प्रकार की परेशानी न हो।
बैठक में बताया गया कि किसानों को एसएमएस द्वारा उनके मोबाईल पर सूचना दी जाएगी उसी तिथि के हिसाब से किसान अपनी बाजरे की उपज मंडियों में लेकर आए। बैठक में बताया गया कि जिले के 46 हजार 827 किसानों ने बाजरे की ब्रिकी के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर
रजिस्टेशन करवाया हुआ है, जिन्होंने एक लाख 79 हजार 186 एकड़ में बाजरे की खेती की हुई है। डीसी ने बताया कि बाजरे की हैफेड व वेयरहाउस एजेंसियों के मार्फत मंडियों से खरीदारी की जाएगी। जिले में बाजरे की उपज एक अक्टूबर से 15 नवंबर तक खरीदी जाएगी।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त राहुल हुड्डïा, एसडीएम रेवाडी रविन्द्र यादव, एसडीएम बावल मनोज कुमार, एसडीएम कोसली कुशल कटारिया, नगराधीश संजीव कुमार, मार्किट कमेटी रेवाड़ी सचिव सत्यप्रकाश, कोसली मार्किट कमेटी सचिव बंसत कुमार, डीएम हैफेड संतराम, डीएम एचएसडब्ल्यूसी जेएस नारा, ईओ नगर परिषद रेवाड़ी विजयपाल, नगर पालिका धारूहेड़ा व
बावल सचिव समयपाल, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड के कार्यकारी अभियंता आनंद कुमार, एएफएसओ जय कुमार उपस्थित रहें।