बुधवार को एक दिन के लिए शुरू की गई विधानसभा की कार्रवाई के दौरान रेवाड़ी विधायक चिरंजीव राव ने कोरोना काल में परीक्षाएं कराने का मुद्दा विधानसभा में उठाया और कहा की जब छात्र स्वयं इसका विरोध कर रहे है तो क्यों छात्रों के स्वास्थ्य की परवाह ना करते हुए परीक्षाएं कराई जा रही है . उन्होंने कहा की जे ई ई और एन ई ई टी के अलावा हरियाणा के विश्वविद्यालयों में भी परीक्षाएं शुरू कर दी गई हैं। रेवाडी में स्थित इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय में भी परीक्षा ली जा रही हैं। चिरंजीव राव ने कहा कि पहले तो सरकार ने बोल दिया था कि सभी विद्यार्थियों को पास कर दिया जाएगा। लेकिन अब सरकार ने परीक्षा की समय सारणी घोषित कर दी है। यह सरकार की दौगली नीति है।
चिरंजीव राव ने कहा कि सरकार को अभी परीक्षा नही करवानी चाहिए। क्योंकि विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले सभी विधायकों को कोरोना टेस्ट करवाया गया है। तो फिर विद्यार्थियों का भी कोरोना टेस्ट सरकार को करवाना चाहिए था। हरियाणा के 90 विधायकों में से 10 विधायक कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं तो फिर देश के भविष्य युवाओं के साथ क्यों खिलवाड किया जा रहा है। चिरंजीव राव ने कहा कि उन्होंने पिछले विधानसभा सत्र में भी कोरोना की तैयारियों के बारे में सवाल उठाए थे। चिरंजीव राव ने सदन में पूछा कि यदि परीक्षा के बाद युवाओं में संक्रमण बढा तो उसको जिम्मेदार कौन होगा। इसलिए सरकार को सावधानी बरतते हुए सभी परीक्षाओं को आगे बढाना चाहिए।
चिरंजीव राव ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि एक दिन का सत्र होने की वजह से ज्यादा मुद्दे वे नही उठा सके। मुख्यमंत्री व विधानसभा अध्यक्ष के कोरोना पॉजिटिव होने की वजह से मात्र एक ही दिन का सत्र हो सका