कोसली से बीजेपी विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने कहा कि जनप्रतिनिधि जनता की आवाज होते हैं। सरकार की हर अधिकारी की कार्यप्रणाली पर पैनी नजर है। अपने पद के घमंड में जनभावनाओं की अनदेखी करने वाले अधिकारियों का ईलाज अब शुरु हो गया है।विधायक लक्ष्मण सिंह यादव ने ये बयान सरकार द्वारा 9 आईपीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए जाने के बाद जारी किया हैं। आपको बता दें की तबादले होने वाले पुलिस अधिकारीयों में रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ की पुलिस अधीक्षक भी शामिल हैं। कोसली विधायक लक्ष्मण यादव और नारनौल से विधायक एवं राज्यमंत्री ओपी यादव अपने अपने क्षेत्र की पुलिस अधीक्षक से नाखुश थे . जो पहले कह चुके थे की पुलिस अधीक्षक जनभावना को ध्यान में रखते हुए काम नहीं कर रही है.
उन्होंने कहा कि देश-समाज व सिस्टम जनभावनाओं के सम्मान से चलता है। इसकी अनदेखी कतई बर्दास्त नहीं की जाएगी। जनप्रतिनिधि जनता की भावनाओं के प्रति दृढ संकल्प है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि जनता की आवाज होते हैं। अगर कानून व्यवस्था चरमराने लगे तो हमारी नैतिक जिम्मेवारी बनती है कि हम आगे आएं। उन्होंने बताया कि कोसली में उनके पास हाल ही में एक मामला आया है, जहां पुलिस अधिकारी ऐसे ही जनभावनाओं के खिलाफ जाकर ऐसे लोगों का साथ दे रहे हैं, जो समाज के ताने-बाने को कमजोर करने में जुटे हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया है कि वे ऐसा हरगिज नहीं करें। यदि वे फिर भी नहीं मानते हैं तो जनता की आवाज उनके मंसूबों को कुचलने के लिए काफी है।