पुलिस अधीक्षक रेवाडी ने व्हाट्सएप यूजर और एडमिन के लिए जारी की एडवाईजर
पुलिस महानिदेशक अपराध हरियाणा द्वारा जारी निर्देशों अनुसार पुलिस अधीक्षक रेवाडी अभिषेक जोरवाल ने व्हाट्सएप यूजर और एडमिन के लिए एडवाईजरी जारी की है. जिसमें उन्होंने अपील की है की कोई भी व्हाट्सएप यूजर और एडमिन व्हाट्सएप पर निम्नलिखित बातों से बचे. यह देखा जा रहा है की कोरोनोवायरस से सम्बन्धित गलत एवं गुमनाम डाटा विभिन्न सोशल मिडिया प्लेटफोर्म के साथ साथ मैसेजिंग से प्रसार करने का चलन हो गया है. जिस कारण आम जनता में भय का माहोल पैदा हो रहा है. कोरोना वाइरस के सन्दर्भ में पहले ही एक एडवाईजरी जारी की गई है. कोरोना वाइरस के सन्दर्भ में जारी एडवाईजरी के निर्देशों की पालना ना करने पर पुलिस द्वारा उन लोगों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जायेगी जिन्होंने विभिन्न समुदायों के बीच अशांति का माहोल पैदा करने का काम किया है.
व्हाट्सएप यूजर और एडमिन के लिए दिशा निर्देश की क्या करना है और क्या नहीं करना है:-
- ग्रुप में फर्जी खबर-अभद्र भाषा या गलत सुचना पोस्ट ना करें
- समूह के एनी सदस्यों से मिलने वाली ऐसी किसी भी खबर को आगे प्रसारित ना करें
- किसी भी पोस्ट को तुरंत डिलीट कर दे अगर आपको आपतिजनक लगता है या एडमिन ने आपको सूचित किया है की आप किसी भी ग्रुप में किसी वीडियो/इमेज को भेजने से पहले उसकी सत्यता की जांच करें.
- अगर आपको गलत सुचना-फर्जी खबर या अभद्र भाषा का कोई मैसेज मिलता है तो www.cybercrime.gov.in पर या अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करें और अपने ग्रुप एडमिन को भी तुरंत सूचित करें।
- किसी भी धर्म और समुदाय की अश्लील, भेदभावपूर्ण और हिंसक हो ऐसी किसी भी सामग्री को साँझा ना करें जिससे समुदायों में हिंसा फ़ैल जाये
एडमिन के लिए दिशा निर्देश की क्या करना है और क्या नहीं करना है:-
- सुनिश्चित करें की हर ग्रुप का सदस्य विश्वनीय और जिम्मेदार है जो केवल सत्यापित समाचार साँझा करें
- समूह के सभी सदस्यों को समूह में पोस्टिंग के नियमों के बारे में सूचित करें
- सभी सदस्यों को आगाह करें और आपतिजनक सामग्री सांझा करने से रोंके.
- सक्रीय रूप से नियमित रूप से समूह पर सांझा की जा रही सामग्री की निगरानी रखे.
- यह सलाह दी जाती है की यदि ग्रुप के सदस्य असहज है तो ग्रुप एडमिन द्वारा ग्रुप की सेटिंग बदल कर सिर्फ एडमिन द्वारा ही मैसेज भेजना तय किया जाना चाहिए
- यदि कोई सदस्य शरारत करता है और आपतिजनक सामग्री संझा करता है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें
उपयुक्त सेटिंग के बाद भी यदि केवल उन समूहों पर मैसेज किये जाते है जो नकली है, किसी भी धर्म का अपमान करते है, नफरत फैलाते है, कट्टर सन्देश फैलाते है, जो साम्प्रदायिक तनाव पैदा कर सकते है, तो उनके लिए एडमिन/ग्रुप संस्थापक को पुरी तरह से जिम्मेदार ठहराया जायेगा