रेवाड़ी जिले में बेसहारा पशु लोगों की जी का जंजाल बने हुए है । जिसके कारण सड़क हादसे हो रहें है और लोगों की जान जा रही है । लेकिन बेसहारा पशुओं के लिए कोई उचित इंतजाम नहीं किया जा रहा है । जिसके कारण बेसहारा पशु मौत बनकर सड़क पर घूम रहें है । बुधवार शाम को दिल्ली जयपुर हाईवे पर एक पिकअप गाड़ी के सामने अचानक गाय आ गई । पिकअप गाड़ी से टकराने के बाद कार से टकराकर पलट गई । इस घटना में पिकअप और कार सवार युवक को हल्की को चोट आई है जबकि गाय गंभीर रूप से घायल हो गई । और इलाज के दौरान गाय की मौत हो गई । एन एच 48 स्थित नैहचाना गांव के पास कट पर ये हादसा हुआ । लोगों का कहना है कि गौवंश सड़क पर इतनी बड़ी संख्या में घूम रहे है कि हमेशा डर लगा रहता है कि कभी कोई हादसा ना हो जाए
एक माह में बेसहारा पशुओं की वजह से गई 3 जान ।
बेसहारा पशु केवल सड़क हादसे का कारण नहीं बन रहे है बल्कि ये लोगों की जान भी ले रहे है । बुधवार सुबह एक सांड ने कम्पनी कर्मचारी की उस वक़्त जान ले ली थी जब वो कम्पनी में पैदल जा
बावल ओद्यौगिक क्षेत्र से जा रहा था । वहीं 12 अगस्त को रेवाड़ी शहर में एक फोटग्राफर की दो सांड की लड़ाई में जान चली गई थी । इसके अलावा शहर के ही राहुल नाम के युवक के ऑटो को सांड ने टक्कर मार दी थी जिसमें राहुल की मौत हो गई थी ।
जिला प्रशासन क्या कर रहा है ?
जिले में बेसहारा पशुओं की वजह से हो रहे हादसों को लेकर स्थानीय लोगों में गुस्सा है । वहीं
जिलाधीश ने धारा 144 लागू कर आदेश दिया हुए है की कोई अगर अपने पालतू पशुओं को सड़क पर छोड़ेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी । लेकिन ये आदेश दिए 20 दिन से ज्यादा का वक्त बीत गया किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई । शहर की सड़क पर घूमने वाले पशुओं में पालतू पशु भी है । वहीं नगर परिषद ने बेसहारा पशुओं को सड़क से हटाकर
गौशाला भेजने के लिए टेंडर छोड़ा हुआ है । लेकिन पशुओं को पकड़ने की गति बहुत धीमी है । और बड़ी संख्या में पशु सड़क पर मौजूद है । जो बड़ा खतरा बने हुए है ।
जिला प्रशासन की तरह से धारूहेड़ा की 7 एकड़ जमीन पर गौशाला बनाई जा रही है । जिसकी चारदीवारी कर वहां शहर से पकड़े गए पशुओं को भेजा जा रहा है । लेकिन वहां पर टीनशैड ना होने और चारे पानी की उचित व्यवस्था ना होने से पशु भूखे प्यासे है । अधिकारियों का कहना है कि टीनशैड और चारे पानी की व्यवस्था कराई का रही है ।