रेवाड़ी, 10 सितंबर। डीसी यशेन्द्र सिंह ने वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) का औचक निरीक्षण किया, जिसमें एक पैरामैडिकल स्टॉफ को छोडक़र बाकि कर्मचारी नदारद मिले। डीसी ने सबसे पहले हाजरी रजिस्टर को देखा, जिसमें वन स्टॉप सैंटर की प्रशासक भी सैंटर में उपस्थित नहीं थी।
डीसी ने कार्यक्रम अधिकारी महिला एंव बाल विकास को निर्देश दिए कि जो कर्मचारी इस समय कार्यालय में उपस्थित नहीं है, उनका स्पष्टïीकरण मांगा जाएं तथा उसकी कॉपी उपायुक्त कार्यालय को भी करें। डीसी ने निर्देश दिए कि शहर में वन स्टॉप सैंटर के डिस्पले बोर्ड लगवाएं जाएं ताकि लोगों को इस बारे पता चल सकें।
उपायुक्त ने कहा कि वन स्टॉप सैंटर का मुख्य उद्देश्य हिंसा प्रभावित महिलाओं की मदद करना है। उन्होंने कहा कि सरकार ने हिंसा से पीडि़त महिलाओं को चिकित्सा, कानूनी सहायता मुहैया कराने के लिए देशभर में ‘वन स्टाप सेंटर’ खोले हुए है, जिनका मुख्य उद्देश्य पीडि़त महिलाओं को एक छत के नीचे एकीकृत समर्थन और सहायता प्रदान कर उन्हें समाज की मुख्यधारा में कायम रखना है।